आचार्य बालकृष्ण ने बताए यूरिक एसिड से राहत पाने के सबसे आसान उपाय, अपनाने से जल्द मिलेगा आराम
मोदी सरकार का 11 साल का कार्यकाल राष्ट्र निर्माण की मिसाल : बांसुरी स्वराज
Delhi Metro में अचानक दिखा सांप, सामान छोड़ सीटों पर चढ़ गई महिलाएं, जानिए वायरल वीडियो की सच्चाई
BPSC Teacher Recruitment 2025: बिहार में निकली शिक्षकों की बंपर भर्ती, यहां जानें कैसे करें आवेदन की पूरी प्रक्रिया
हरियाणा : मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी को मिला एक साल का सेवा विस्तार
चीन में अपतटीय पवन ऊर्जा में रिकॉर्ड वृद्धि
गिरिडीह में महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, दहेज के लिए हत्या का आरोप
Israel-Iran Tension Live: ईरान से 1,000 भारतीय नागरिक नई दिल्ली पहुंचेंगे
IND vs ENG: इंग्लैंड के खिलाफ भारत ने गंवाया पहला विकेट, इतने रन बनाकर आउट हुए केएल राहुल

शेफलर अगले पांच वर्षों में भारत में 500 मिलियन यूरो निवेश करेगी, तमिलनाडु में खोला नया प्लांट

शेफलर अगले पांच वर्षों में भारत में 500 मिलियन यूरो निवेश करेगी, तमिलनाडु में खोला नया प्लांट

शेफलर अगले पांच वर्षों में भारत में 500 मिलियन यूरो निवेश करेगी, तमिलनाडु में खोला नया प्लांट

author-image
IANS
New Update
शेफलर अगले पांच वर्षों में भारत में 500 मिलियन यूरो निवेश करेगी, तमिलनाडु में खोला नया प्लांट

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 29 मई (आईएएनएस)। जर्मन ऑटोमोटिव और इंडस्ट्रियल सप्लायर कंपनी शेफलर एजी भारत में अगले पांच वर्षों में 500 मिलियन यूरो (करीब 4,800 करोड़ रुपए) निवेश करेगी। इसकी वजह देश का तेजी से बढ़ता घरेलू बाजार है।

शेफलर एजी के ग्लोबल सीईओ क्लॉस रोसेनफेल्ड ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह निवेश उत्पादन क्षमता का विस्तार करने, स्थानीयकरण बढ़ाने और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, रेलवे और रिन्यूएबल एनर्जी कंपोनेंट में कंपनी की उपस्थिति को मजबूत करने पर केंद्रित होगा।

इसके साथ ही कंपनी ने तमिलनाडु के शूलागिरी में एक नए विनिर्माण संयंत्र का उद्घाटन किया, जो पावरट्रेन, चेसिस कंपोनेंट और एडवांस टेक्नोलॉजी पर केंद्रित है। कंपनी देश में रिसर्च एंड डेवलपमेंट (आरएंडडी) केंद्रों के साथ-साथ कई मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का भी संचालन करती है। पिछले तीन वर्षों में कंपनी ने स्थानीय क्षमताओं को बढ़ाने के लिए 1,700 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। वर्तमान में शेफलर के भारतीय व्यवसाय की आय 1 अरब यूरो से अधिक है।

रोसेनफेल्ड ने आगे कहा कि अन्य वैश्विक बाजारों की तुलना में भारत विकास के लिए विशेष रूप से अनुकूल वातावरण प्रदान करता है।

उन्होंने कहा, यह हमारे लिए एक अनुकूल वातावरण है, जहां हमें लगता है कि और भी बहुत कुछ कर सकते हैं।

वैश्विक स्तर पर शेफलर चार मुख्य क्षेत्रों में काम करता है जिसमें अमेरिका, यूरोप, ग्रेटर चीन और एशिया प्रशांत शामिल हैं। एशिया प्रशांत क्षेत्र का मैनेजमेंट कंपनी सिंगापुर से करती है, जिसे इसकी कनेक्टिविटी और विभिन्न बाजारों को प्रभावी ढंग से जोड़ने की क्षमता के लिए चुना गया है। हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस क्षेत्र में असली जगह भारत है।

रोसेनफेल्ड ने इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने की धीमी दर पर कोई चिंता जाहिर नहीं की। उनका मानना है कि इलेक्ट्रिफिकेशन धीमा हो या तेज, ग्राहक गाड़ियां खरीदना जारी रखेंगे।

शेफलर के अनुमान के मुताबिक, 2030 तक वैश्विक स्तर पर आईसीई वाहनों की हिस्सेदारी मार्केट में 30 प्रतिशत, हाइब्रिड और बैटरी वाहनों की हिस्सेदारी करीब 35 प्रतिशत होगी।

--आईएएनएस

एबीएस/

Advertisment

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

      
Advertisment