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मैं धोनी की जगह होता तो कहता 'बस अब बहुत हुआ' : संजय बांगर

मैं धोनी की जगह होता तो कहता 'बस अब बहुत हुआ' : संजय बांगर

मैं धोनी की जगह होता तो कहता 'बस अब बहुत हुआ' : संजय बांगर

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IANS
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Jitan Ram Manjhi

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 21 मई (आईएएनएस)। चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) का आईपीएल 2025 में प्रदर्शन निराशाजनक रहा है, और हाल ही में राजस्थान रॉयल्स (आरआर) के खिलाफ हार ने उनकी कमजोरियों को और उजागर किया है। इस हार के बाद, क्रिकेट विशेषज्ञों ने सीएसके की रणनीति और खिलाड़ियों के चयन पर सवाल उठाए हैं। धोनी के भविष्य पर फैसला भी महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि उनकी कप्तानी और अनुभव ने सीएसके को हमेशा मजबूती दी है, लेकिन अब समय आ गया है कि फ्रैंचाइजी भविष्य की ओर कदम बढ़ाए।

ईएसपीएनक्रिकइन्फो टाइम आउट शो में पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा और संजय बांगर ने सीएसके के भविष्य को लेकर अपनी राय दी। आकाश चोपड़ा ने सुझाव दिया कि सीएसके को कई बड़े खिलाड़ियों को रिलीज करना चाहिए। उनकी सूची में रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, रचिन रवींद्र, डेवोन कॉन्वे, विजय शंकर, दीपक हुड्डा और राहुल त्रिपाठी जैसे नाम शामिल हैं।

चोपड़ा ने कहा कि जडेजा की जगह डेवाल्ड ब्रेविस को नंबर 4 पर बल्लेबाजी करानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सीएसके का मौजूदा टॉप ऑर्डर, जिसमें डेवोन कॉनवे, आयुष म्हात्रे और उर्विल पटेल शामिल हैं, स्थायी समाधान नहीं है। चोपड़ा ने सुझाव दिया कि टीम को एक आक्रामक टॉप-ऑर्डर बल्लेबाज और एक फिनिशर की जरूरत है, जो ब्रेविस के साथ मिलकर मजबूत बल्लेबाजी लाइन-अप बना सके। इसके अलावा, नूर अहमद और मथीषा पथिराना जैसे गेंदबाजों को बनाए रखने की सलाह दी गई। ऐसी स्थिति में डेवाल्ड ब्रेविस के साथ या तो एक फिनिशर की जरूरत होगी या फिर टॉप ऑर्डर पर एक बल्लेबाज की।

वहीं, संजय बांगर ने एमएस धोनी के भविष्य पर चर्चा करते हुए कहा कि 43 साल की उम्र में इतने प्रतिस्पर्धी माहौल में खेलना बेहद मुश्किल है। बांगर ने कहा, अगर मैं धोनी की जगह होता, तो मैं कहता कि अब बहुत हो चुका। मैंने वह सब खेल लिया जो मैं खेलना चाहता था। फ्रैंचाइजी के हितों का ध्यान रखा, लेकिन अब आगे बढ़ने का समय है। बांगर ने यह भी कहा कि धोनी की मौजूदगी से ट्रांजिशन तेज नहीं होगा। उनके मुताबिक, धोनी के बिना भी फ्रैंचाइजी एक या दो साल में खुद को मजबूत कर सकती है।

बांगर ने सीएसके की बल्लेबाजी रणनीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर टॉप ऑर्डर में आक्रामक बल्लेबाज हों और नीचे डेवाल्ड ब्रेविस और शिवम दुबे जैसे खिलाड़ी हों, तो क्या जडेजा जैसे खिलाड़ी की जरूरत है, जो पारी को संभालने का काम करते हैं? बांगर ने सुझाव दिया कि सीएसके को अगले सीजन से पहले अपनी रणनीति में बड़े बदलाव करने होंगे।

सीएसके के लिए अगला सीजन एक नई शुरुआत हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि टीम को युवा और आक्रामक खिलाड़ियों पर ध्यान देना चाहिए। टॉप ऑर्डर में एक विस्फोटक बल्लेबाज और मध्य क्रम में एक फिनिशर की जरूरत है। साथ ही, गेंदबाजी में नूर अहमद और पथिराना जैसे खिलाड़ियों को बनाए रखते हुए, बल्लेबाजी में बदलाव पर जोर देना होगा।

--आईएएनएस

एएस/

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