भारतीय नर्स निमिषा प्रिया पर रहम करने को तैयार नहीं यमन का परिवार, कहा- नहीं करेंगे खून का सौदा

Nimisha Priya: निमिषा प्रिया की फांसी को भले ही फिलहाल के लिए टाल दिया गया हो लेकिन यमन का पीड़ित परिवार उसे हर हाल में फांसी पर लटकता देखना चाहता है. परिवार का कहना है कि वे उसे फांसी से कम कुछ भी नहीं चाहते.

Nimisha Priya: निमिषा प्रिया की फांसी को भले ही फिलहाल के लिए टाल दिया गया हो लेकिन यमन का पीड़ित परिवार उसे हर हाल में फांसी पर लटकता देखना चाहता है. परिवार का कहना है कि वे उसे फांसी से कम कुछ भी नहीं चाहते.

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Suhel Khan
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Nimisha Hanging

निमिषा प्रिया पर रहम करने को तैयार नहीं पीड़ित का परिवार Photograph: (Social Media)

Nimisha Priya: निमिषा प्रिया की 16 जुलाई को फांसी की सजा भले ही टल गई हो लेकिन यमन का पीड़ित परिवार निमिषा को लेकर रहम के मूड में नहीं है. पीड़ित परिवार का कहना है कि वे खून का सौदा नहीं करेंगे. उन्हें निमिषा की फांसी के अलावा और कुछ नहीं चाहिए. बता दें कि केरल की रहने वाली नर्स निमिषा प्रिया को 16 जुलाई को फांसी होने थी, लेकिन उससे एक दिन पहले ही भारत के हस्तक्षेप के बाद उसे टाल दिया गया.

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15 जुलाई को टाली गई थी निमिषा प्रिया की फांसी

निमिषा प्रिया के यमनी बिजनेस पार्टनर तलाल अब्दो महदी की हत्या के मामले में उसे मौत की सजा सुनाई गई है. पीड़ित परिवार का कहना है कि वे उसे मौत की सजा दिए जाने से कम किसी भी स्थिति में सहमत नहीं होंगे. केरल के पलक्कड़ जिले के कोल्लेंगोडे की रहने वाली निमिषा प्रिया को 2017 में तलाल अब्दो महदी की हत्या के लिए 2020 में मौत की सजा सुनाई गई थी.

निमिषा को 16 जुलाई यानी बुधवार को फांसी होनी थी, लेकिन भारत के ग्रैंड मुफ्ती अबू बकर मुसलियार के दखल के बाद फांसी को टाल दिया गया. इसके लिए यमनी प्रशासन ने 14 जुलाई को अरबी में एक आदेश जारी किया. जिसमें कहा गया कि निमिषा प्रिया की फांसी नई तारीख की घोषणा होने तक स्थगित कर दी गई है.

ब्लड मनी लेने से इनकार कर रहा पीड़ित परिवार

निमिशा प्रिया की फांसी स्थगित होने से पहले एक इंटरव्यू के दौरान महदी के परिवार ने स्पष्ट कर दिया कि वे उसे मौत की सज़ा दिए जाने से कम पर राजी नहीं होंगे. तलाल अब्दो महदी के भाई अब्देलफत्ताह महदी ने सोमवार को बीबीसी अरबी को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि, "सुलह के प्रयासों पर हमारा रुख़ स्पष्ट है, हम क़िसास यानी बदले में बदला और अल्लाह के क़ानून को लागू करने पर ज़ोर देते हैं, और कुछ नहीं." अब्देलफत्ताह महदी ने कहा था कि उनके परिवार को "न सिर्फ इस क्रूर अपराध से, बल्कि एक भयानक और जघन्य लेकिन स्पष्ट अपराध मामले में लंबी और थकाऊ मुकदमेबाजी से भी नुकसान उठाना पड़ा है."

कौन हैं निमिषा प्रिया?

केरल के पलक्कड़ जिले के कोल्लेंगोडे की रहने वाली निमिषा प्रिया 19 साल की उम्र में 2008 में नर्सिंग की नौकरी की तलाश में यमन चली गई थीं. साल 2020 में निमिषा प्रिया को एक स्थानीय अदालत ने महदी को बेहोशी का इंजेक्शन देकर उसकी हत्या करने का दोषी पाया.

निमिषा प्रिया ने कथित तौर पर तलाल के साथ मिलकर एक क्लिनिक खोला था. इस दौरान तलाल ने निमिषा का पासपोर्ट अवैध रूप से अपने पास रख लिया. निमिषा प्रिया ने अपना पासपोर्ट पाने के लिए दिन तलाल को बेहोश कर दिया, लेकिन ओवरडोज की वजह से उसकी मौत हो गई.

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