/newsnation/media/media_files/2025/09/23/us-state-sec-rubio-says-india-is-special-for-us-2025-09-23-07-29-20.png)
Jaishankar-Rubio Meets
भारत और अमेरिका के बीच लंबे वक्त से तनाव है. तनाव के बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से सोमवार को मुलाकात की. ये मुलाकात अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लागू किए गए H-1B वीजा वाले फैसले की घोषणा के कुछ दिनों बाद हुई. H-1B वीजा वाले फैसले ने आईटी सेक्टर को डामा डोल कर दिया है.
भारत-अमेरिका से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- प्रधानमंत्री मोदी ने कैंसिल किया अमेरिका जाने का प्लान, इसी महीने UNGA सत्र के लिए जाना था न्यूयॉर्क; जाने वजह
भारत को अमेरिका के लिए रुबियों ने अहम बताया
जयशंकर और रुबियो ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर मुलाकात की. गर्मजोशी के साथ दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का अभिवादन किया. भारत-अमेरिका द्विपक्षीय रिश्तों को रुबियो ने क्रिटिकल इंपॉर्टेंस बताया है. रक्षा, व्यापार, ऊर्जा, दवाइयों और क्रिटिकल मिनरल्स जैसे क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने का दोनों नेताओं ने वादा किया. रुबियों ने कहा कि अमेरिका के लिए भारत का एक अहम स्थान है. रुबियो ने इंडो पैसिफिक और क्वाड में मिलकर काम करने पर जोर दिया.
Met with Indian External Affairs Minister @DrSJaishankar at UNGA. We discussed key areas of our bilateral relationship, including trade, energy, pharmaceuticals, and critical minerals and more to generate prosperity for India and the United States. pic.twitter.com/5dZJAd85Za
— Secretary Marco Rubio (@SecRubio) September 22, 2025
भारत-अमेरिका से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- US: तेलंगाना के निजामुद्दीन को अमेरिका की पुलिस ने गोली मारी, युवक पर रूममेट पर चाकू से हमला करने का आरोप
जयशंकर ने बातचीत को सार्थक माना
दोनों नेताओं की बातचीत को जयशंकर ने भी सकारात्मक बताया. उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि हमने द्विपक्षीय और इंटरनेशनल मुद्दों पर चर्चा की. हम संपर्क में रहेंगे. बता दें, आखिरी बार जयशंकर और रुबियो की मुलाकात, जुलाई में क्वाड के विदेश मंत्रियों की बैठक में हुई थी.
Good to meet @SecRubio this morning in New York.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 22, 2025
Our conversation covered a range of bilateral and international issues of current concern. Agreed on the importance of sustained engagement to progress on priority areas.
We will remain in touch.
🇮🇳 🇺🇸 pic.twitter.com/q31vCxaWel
भारत-अमेरिका से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- US: डोनाल्ड ट्रंप ने बदला पेंटागन का नाम, कहा- अमेरिका की सैन्य शक्ति और आक्रामक रणनीति को दर्शाता है नया नाम