Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल में हर किसी की टेंशन बढ़ा रहे हैं. उनके फैसलों से दुनियाभर के देशों में हड़कंप मचा हुआ है. राष्ट्रपति ट्रंप के अमेरिकी विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के प्रवेश पर पाबंदी के एलान के बाद अब उन्होंने अपने ही देश के कर्मचारियों के खिलाफ एक बड़ा फैसला लिया है. जिससे देशभर के कर्मचारियों की परेशानी बढ़ गई है.
सैकड़ों कर्मचारियों की जाएगी नौकरी
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना के मुताबिक, अब अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) से बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी की जाएगी. जिसके लिए एनएससी में अब व्यापक फेरबदल की योजना बनाई जा रही है, जिसके तहत कई राजनीतिक नियुक्तियों को हटा दिया जाएगा. जिससे सैकड़ों कर्मचारियों की नौकरी चली जाएगी.
एनएससी के स्टाफ में आएगी कमी
अधिकारियों की मानें तो एनएससी से हटाये जाने वाले कर्मचारियों को उनकी मूल एजेंसियों में वापस भेजा जाएगा. ट्रंप के इस फैसले से एनएससी के कर्मचारी आक्रोश में हैं. यही नहीं ट्रंप के इस फैसले से एनएससी में कर्मियों की संख्या में भी भारी कमी आने की संभावना है. बता दें कि वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में लगभग 395 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें करीब 180 सहायक स्टाफ भी शामिल हैं. लेकिन ट्रंप के एलान के बाद एनएससी में फेरबदल किया जाएगा और इसके तहत करीब 90 से 95 ऐसे विशेषज्ञों को हटाया जाएगा, जो विभिन्न सरकारी एजेंसियों से अस्थायी रूप से प्रतिनियुक्त किए गए हैं. इसके बाद उन्हें उनकी मूल एजेंसियों में लौटने का विकल्प दिया जाएगा.
राजनीतिक नियुक्तियों पर भी दिखेगा असर
इसके साथ ही एनएससी में की गई राजनीतिक नियुक्तियों में भी बड़ा फेरबदल करने का एलान किया गया है. इससे एनएससी में की गई राजनीतिक नियुक्तियों वाले व्यक्तियों को प्रशासन में अन्य पदों पर स्थानांतरित किया जाएगा. बता दें कि ट्रंप ने ये एलान ऐसे वक्त में किया है जब इस माह की शुरुआत में माइक वाल्ट्ज को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद से हटाया गया था. उनकी जगह विदेश मंत्री मार्को रुबियो अस्थायी रूप से यह जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. वहीं वाल्ट्ज को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका का अगला राजदूत नॉमिनेट किया गया है.
जानें क्या है एनएससी?
बता दें कि एनएससी अमेरिकी राष्ट्रपति के सरकार आवास व्हाइट हाउस की वह शाखा है, जो राष्ट्रपति को राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति से जुड़े मामलों में सलाह देती है. इसका काम विभिन्न सरकारी एजेंसियों के बीच समन्वय स्थापित भी है. व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है कि यह फेरबदल प्रक्रिया जारी है. उनके मुताबिक, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एंडी बेकर और राष्ट्रपति के नीति सहायक रॉबर्ट गेब्रियल, अब उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की भूमिका में नजर आएंगे.
ये भी पढ़ें: IND vs ENG: शुभमन गिल बने नए टेस्ट कप्तान, इंग्लैंड दौरे के लिए हुआ टीम इंडिया का ऐलान, देखें किसे-किसे मिला मौका
ये भी पढ़ें: Monsoon Update: मानसून ने पकड़ी रफ्तार, अगले 24 घंटों में पहुंचेगा केरल, डेढ़ दशक बाद बनेगा रिकॉर्ड