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इमरान सरकार ने विदेश में फंसे नागरिकों की वापसी को लेकर किया बड़ा फैसला,जानें क्या

कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से लागू बंदिशों के बीच विदेश में फंसे अधिकाधिक नागरिकों को वापस लाने के उद्देश्य से पाकिस्तान ने, विदेश से आने वाले हवाई यात्रियों के लिये कोविड-19 जांच कराने से पहले 48 घंटे की पृथक-वास अवधि की सीमा को घटा दिया है,

Updated on: 12 May 2020, 06:56 PM

इस्लामाबाद:

कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से लागू बंदिशों के बीच विदेश में फंसे अधिकाधिक नागरिकों को वापस लाने के उद्देश्य से पाकिस्तान ने, विदेश से आने वाले हवाई यात्रियों के लिये कोविड-19 जांच कराने से पहले 48 घंटे की पृथक-वास अवधि की सीमा को घटा दिया है, और अब जितनी जल्दी हो सके ऐसे यात्रियों की जांच की जाएगी.

डॉन अखबार की खबर के मुताबिक, प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा फंसे हुए नागरिकों की वापसी को लेकर निर्देश देने के बाद राष्ट्रीय कमान एवं अभियान केंद्र (एनसीओसी) ने प्रांतों और स्वास्थ्य पेशेवरों से सलाह कर, आने वाले हवाई यात्रियों की जांच से पहले पृथक-वास अवधि को 48 घंटे से घटाकर यथाशीघ्र कर दिया है.

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अखबार के मुताबिक, यात्रियों को पृथक-वास केंद्र लेकर जाया जाएगा और जांच के नतीजे आने तक वे वहीं रहेंगे, जिसके बाद प्रांतीय स्वास्थ्य अधिकारियों के निर्देश पर उन्हें पृथकवास में रखा जाएगा या घर पर पृथक रहने को कहा जाएगा. इसमें कहा गया है कि इससे आने वाले यात्रियों की साप्ताहिक सीमा को 7000-8000 यात्रियों से बढ़ाकर 11000-12000 किया जा सकेगा.

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प्रधानमंत्री के विशेष सहायक डॉ. मोइद युसूफ ने सोमवार को नई नीति की घोषणा की और कहा कि अधिकारी फंसे हुए पाकिस्तानियों की समस्या सुलझाने के लिये दिन-रात काम कर रहे हैं. पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अब तक 723 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 32,673 लोग संक्रमित मिले हैं.