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मुस्लिमों से क्यों नफरत करते हैं गीर्ट, जानें कौन हैं नूपुर शर्मा के ये खास समर्थक

गीर्ट नीदरलैंड में लंबे समय से सांसद हैं और नीदरलैंड में इस्लाम और कुरान पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठाते आ रहे हैं.

Updated on: 09 Jul 2022, 10:51 AM

highlights

  • नूपुर शर्मा के पक्ष में लगातार बयान देकर समर्थन जता रहे डच सांसद
  • नीदरलैंड में इस्लाम और कुरान पर प्रतिबंध लगाने के प्रबल पैरोकार
  • आव्रजन नीति में बदलाव कर मुस्लिमों को प्रवेश नहीं देने की वकालत 

एम्सटर्डम :

बीजेपी से निष्कासित पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के कथित विवादित बयान पर उन्हें धमकियों के साथ-साथ देश के कई लोगों का समर्थन भी मिल रहा है. हालांकि नीदरलैंड के सांसद गीर्ट विल्डर्स (Geert Wilders) के रूप में उन्हें एक दमदार प्रवक्ता मिल गया है. भारत और हिंदुओं के पक्ष में अपनी आवाज बुलंद करने वाले डच सांसद गीर्ट ने अब कुरान (Quran) और मोहम्मद साहब के खिलाफ केस दर्ज कराने की वकालत की है. गीर्ट विल्डर्स ने ट्वीट किया है, 'हमें कुरान और मोहम्मद के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की कोशिश करनी चाहिए. इसके जरिये अदालत में साबित करना चाहिए कि भेदभाव, अधीनता, हिंसा और असहिष्णुता इस विचारधारा के मूल में हैं और इसके बिना समाज अधिक स्वतंत्र होगा.' अपने ऐसे ही बयानों का कारण विल्डर्स कट्टरपंथियों और आतंकियों की हिटलिस्ट में हैं. उनके इस्लाम विरोधी नजरिये पर पाकिस्तान (Pakistan) सरकार की शिकायत के बाद ट्विटर ने गीर्ट के कई ट्वीट्स हटा दिए थे. हालांकि उनके ये ट्वीट्स पाकिस्तान छोड़ कर शेष दुनिया में देखे जा सकते हैं. आइए जानते हैं कि गीर्ट कौन हैं और क्यों इस्लाम के खिलाफ तीखे बयान देते हैं. 

नीदरलैंड में इस्लाम और कुरान पर प्रतिबंध लगाने के पक्षधर
गीर्ट नीदरलैंड में लंबे समय से सांसद हैं और नीदरलैंड में इस्लाम और कुरान पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठाते आ रहे हैं. वह इस हद तक इस्लाम के खिलाफ हैं कि आव्रजन नीतियों में बदलाव कर नीदरलैंड में मुस्लिमों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने तक की मांग उठा चुके हैं. गीर्ट विल्डर्स ने 2006 में नीदरलैंड में एंटी-इमिग्रेशन पार्टी फॉर फ़्रीडम की स्थापना की. दक्षिणपंथी विचारधारा की उनकी पार्टी हिजाब को उत्पीड़न का प्रतीक करार देते हुए नीदरलैंड को यूरोपीय यूनियन से बाहर निकलने की मांग तक कर चुकी है. अपने ऐसे ही तीखे बयानों की वजह से गीर्ट को 'नीदरलैंड का डोनाल्ड ट्रंप' भी कहा जाता है. अगस्त 2019 में गीर्ट विल्डर्स ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का भी पुरजोर स्वागत किया था. उस वक्त उन्होंने भारत को 'पूर्ण लोकतंत्र' और पाकिस्तान को '100 प्रतिशत आतंकवादी राज्य' करार दिया था. यही नहीं, गीर्ट इमरान खान को इस्लामिक चरमपंथी बता चुके हैं. गीर्ट ने एक बार कुरान की तुलना एडॉल्फ हिटलर के मीन काम्फ से की थी.

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परिवार समेत खुद 2004 से भारी सुरक्षा घेरे में
गीर्ट विल्डर्स और उनका परिवार 2004 से ही भारी सुरक्षा घेरे में रहते हैं. उन्हें ये सुरक्षा नीदरलैंड के फिल्म निर्माता और लेखक थियो वैन गॉग की हत्या के बाद दी गई. थियो वैन ने इस्लाम की आलोचना करते हुए एक फिल्म बनाई थी, जिसके विरोधस्वरूप उन्हें एम्स्टर्डम में गोली मार दी गई. इसके बाद गीर्ट को भी कड़ी पुलिस सुरक्षा दी गई, क्योंकि वो भी इस्लाम के कट्टर आलोचक माने जाते हैं. गीर्ट विल्डर्स ने भी 2008 में 'फितना' नाम के एक शॉर्ट फिल्म बनाई थी, जिसमें कुरान के बारे में दिखाया गया कि वह अपने अनुयायियों को उन सभी से नफरत के लिए प्रेरित करती है जो इस्लामी शिक्षाओं को नहीं मानते हैं. इस फिल्म को डिस्ट्रीब्यूटर नहीं मिलने पर गीर्ट ने इसे खुद ट्विटर और इंटरनेट पर प्रदर्शित किया था.

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इस्लाम के खिलाफ हेट स्पीच पर चला है मुकदमा भी
इस्लाम के खिलाफ कट्टर विचार रखने वाले गीर्ट का जन्म नीदरलैंड के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था. उन्होंने मुक्त विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की. 1981 से 1983 के दौरान वह इजराइल में रहे और इस दौरान उन्होंने मध्य पूर्व घूमा. उन्हीं दिनों कई मुस्लिम देशों का दौरा करने के बाद गीर्ट के मन-मस्तिष्क में इस्लामिक विरोधी छवि उभरी, जो बाद में उनके राजनीतिक जीवन को ठोस आधार देने वाली बनी. गौरतलब है कि बतौर सांसद गीर्ट को पहले इतनी लोकप्रियता नहीं मिली थी. हालांकि इस सदी की शुरुआत में नीदरलैंड में इस्लामिक विरोधी भावनाओं ने उन्हें अपनी विचारधारा को दृढ़ता से सामने लाने का मौका दिया. 2006 में गीर्ट ने अपना राजनीतिक दल पार्टी फॉर फ्रीडम (पीवीवी) बनाया, जिसे 2009 के संसदीय चुनाव में चार सीटों पर जीत हासिल हुई. 2010 में नीदरलैंड में हुए चुनाव में उनकी पार्टी को 15 सीटों पर विजयी मिली. इस्लाम के खिलाफ हेट स्पीच के लिए उन पर मुकदमा भी चला है. हाल-फिलहाल गीर्ट नूपुर शर्मा, हिंदुओं को लेकर दिए जा रहे अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में हैं, तो इसी कारण कट्टरपथियों के निशाने पर. अब कुरान और मोहम्मद साहब पर केस चलाने की वकालत कर उन्होंने एक नए बर्र के छत्ते में हाथ दे दिया है.