ईरान पर ऑपरेशन 'Rising Lion' जारी, नेतन्याहू बोले, "अब ईरानी जनता के आज़ाद होने का समय है"
Israel Iran War Live: IDF का दावा ईरान ने इजराइल पर 100 मिसाइलें दागी, तेल अवीव में धमाकों की आवाज
ईरान का इजरायल पर बड़ा हमला, सैकड़ों मिसाइलों से जवाबी कार्रवाई, तेल अवीव में गिरी कई मिसाइलें
डब्ल्यूटीसी फाइनल में शतक लगाकर एडन मार्कराम ने कई रिकॉर्ड किए अपने नाम
केंद्रीय गृह मंत्री ने विजय रूपाणी के साथ तस्वीरें शेयर की, संगठन के कार्यों में योगदान को किया याद
'योग को बनाएं जीवन का हिस्सा', विश्व योग दिवस से पहले हेमा मालिनी की अपील
महाराष्ट्र सरकार ने नागपुर में हेलीकॉप्टर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने के लिए एमओयू पर किए हस्ताक्षर
दिल्ली में नई आबकारी नीति जल्द : रेखा गुप्ता
ओडिशा पुलिस ने बंगाल और गुजरात में छह साइबर अपराधियों को किया गिरफ्तार

चीन की गोद में खेल रही नेपाली संसद ने भारतीय इलाकों वाले विवादित नक्शे को दी मंजूरी

प्रस्ताव को बहुमत से पारित किया गया. उच्च सदन में संशोधित नक्शे के पक्ष में 57 वोट पड़े, जबकि विरोध में एक भी मत नहीं पड़ा.

प्रस्ताव को बहुमत से पारित किया गया. उच्च सदन में संशोधित नक्शे के पक्ष में 57 वोट पड़े, जबकि विरोध में एक भी मत नहीं पड़ा.

author-image
Nihar Saxena
एडिट
New Update
Nepal Map

नेपाली राष्ट्रपति के साइन होते ही वैध हो जाएगा नेपाल का नया नक्शा.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

रोटी-बेटी वाले ऐतिहासिक संबंधों की दुहाई के बावजूद चीन की गोद में खेल रहे नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सरकार ने भारतीय इलाकों पर दावा ठोकने वाले नक्शे से जुड़ा संविधान संशोधन विधेयक गुरुवार को उच्च सदन में भी पारित करा लिया. इस प्रस्ताव को बहुमत से पारित किया गया. उच्च सदन में संशोधित नक्शे के पक्ष में 57 वोट पड़े, जबकि विरोध में एक भी मत नहीं पड़ा. इसके पहले भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विगत दिनों नेपाल सरकार को संकेत दिया था कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंध हैं. ऐसे में संशोधित नक्शे से जुड़ा विधेयक संसद में पास कराने से उन पर असर पड़ेगा. बेहतर हो कि दोनों देश बातचीत के जरिये ही इस मसले को भी सुलझाएं.

Advertisment

यह भी पढ़ेंः AGR देनदारी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने टेलिकॉम कंपनियों से 10 साल का फाइनेंशियल स्टेटमेंट मांगा

भारत पर लगाया अवैध कब्जे का आरोप
भारत की तमाम आपत्तियों को दरकिनार करते हुए नेपाली संसद के उच्‍च सदन नेशनल असेंबली ने गुरुवार को देश के विवादित राजनीतिक नक्शे को लेकर पेश संविधान संशोधन विधेयक को बहुमत से अपनी मंजूरी दे दी. इस दौरान सत्‍ताधारी नेपाल कम्‍यूनिस्‍ट पार्टी के संसदीय दल के नेता दीनानाथ शर्मा ने कहा कि भारत ने लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा पर अवैध रूप से कब्‍जा क‍िया है और उसे नेपाली जमीन को लौटा देना चाहिए. वोटिंग के दौरान संसद में विपक्षी नेपाली कांग्रेस और जनता समाजवादी पार्टी- नेपाल ने संविधान की तीसरी अनुसूची में संशोधन से संबंधित सरकार के विधेयक का समर्थन किया.

यह भी पढ़ेंः चीन को जवाब देने का समय आया, सेना खाली करा रही लद्दाख के गांव

395 वर्ग किलोमीटर के भारतीय इलाके को अपना बताया
भारत के साथ सीमा विवाद के बीच इस नए नक्शे में नेपाल ने लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा को नेपाल ने अपने क्षेत्र में दिखाया है. कानून, न्याय और संसदीय मामलों के मंत्री शिवमाया थुम्भांगफे ने देश के नक्शे में बदलाव के लिए संसद में संविधान संशोधन विधेयक पर चर्चा के लिए इसे पेश किया था. इस नए नक्‍शे में नेपाल ने लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा के कुल 395 वर्ग किलोमीटर के भारतीय इलाके को अपना बताया है. भारत ने नेपाल के इस कदम पर आपत्ति जताते हुए नक़्शे को मंजूर करने से इनकार किया है और कहा है की यह सिर्फ राजनीतिक हथियार है, जिसका कोई आधार नहीं है.

Source : News Nation Bureau

INDIA nepal Influence Map Law china KP Sharma Oli PM Narendra Modi Xi Jinping
      
Advertisment