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म्यांमार में सेना मार रही थी लोगों को, सेना प्रमुख कर रहे थे डिनर पार्टी

सैन्य शासन के खिलाफ सड़कों पर उतर रहे लोकतंत्र समर्थकों का दमन जारी है. वहां की सेना सड़कों पर तानाशाही का विरोध कर रहे नागरिकों को खुलेआम मार रही है.

Updated on: 30 Mar 2021, 01:34 PM

highlights

  • म्यांमार में सैनिक तानाशाही की क्रूरता चरम पर
  • लोकतंत्र समर्थकों को मारने के खुले आदेश
  • दो दिन में मारे गए 200 से अधिक लोकतंत्र समर्थक

यंगून:

म्यांमार (Myanmar) में फरवरी में हुए तख्ता पलट और आंग सान सू ची (Aung San Suu Kyi) की नजरबंदी के बाद सैनिक तानाशाही क्रूरता के चरम पर है. सैन्य शासन के खिलाफ सड़कों पर उतर रहे लोकतंत्र समर्थकों का दमन जारी है. वहां की सेना सड़कों पर तानाशाही का विरोध कर रहे नागरिकों को खुलेआम मार रही है. अब पता चला है कि लोकतंत्र समर्थकों के विरोध-प्रदर्शन को कुचलने का आदेश देने के बाद सेना का मुखिया मिन आंग हलैंग शानदार डिनर पार्टी कर रहे थे. आलम यह आ गया है कि म्यांमार की सेना की क्रूरता देख हजारों लोग थाइलैंड की सीमा की ओर भाग रहे हैं ताकि वह अपनी जान बचा सकें. म्यामांर सेना की इस कार्रवाई की व्यापक स्तर पर निंदा हो रही है. इसके बावजूद आम लोगों के खिलाफ सैन्य जुंता का दमन कम नहीं हो रहा है. 

सेना प्रमुख कर रहे थे भव्य डिनर पार्टी
दूसरी ओर सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई तस्वीरों में हैलंग बो टाई में सजे हुए और सफेद, मेडल वाली जैकेट पहने डिनर में मौजूद लोगों का अभिवादन करते हुए लाल कालीन पर चलते हुए दिख रहे हैं. एक अन्य तस्वीर में वह सशस्त्र सेना दिवस पर भोजन करने के लिए बैठे हुए देखे जा सकते हैं. स्वतंत्र म्यांमार समाचार समाचार संस्था द्वारा एक रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को पुलिस और सेना द्वारा देश भर के 44 कस्बों और शहरों में बच्चों सहित कम से कम 114 लोगों की हत्या  की गई.

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थाईलैंड की ओर भाग रहे हजारों लोग
म्यांमार की सेना द्वारा हवाई हमले के बाद सोमवार को करेन गांव के हजारों लोग भागकर थाईलैंड से लगी देश की सीमा पर जा रहे हैं और वहां मौजूद थाई अधिकारी इसके लिए खुद को तैयार कर रहे हैं. मानवीय सहायता के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था ‘फ्री बर्मा रेंजर्स’ के मुताबिक म्यांमार के विमानों ने रविवार को रात भर हवाई हमले किए. एजेंसी के एक सदस्य ने बताया कि हमले में एक बच्चा घायल हुआ है लेकिन लेकिन किसी की मौत नहीं हुई. थाई प्रधानमंत्री प्रयुत चान ओछा ने सोमवार को कहा कि वह देश की पश्चिमी सीमा पर समस्याओं से परिचित हैं. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार भारी मात्रा में लोगों के आने की तैयारी कर रही है. प्रयुत ने कहा, 'हम अपने क्षेत्र में सामूहिक प्रवास नहीं चाहते लेकिन हम मानवाधिकारों के लिए चिंतित हैं.'

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अब तक मारे गए 510 लोग 
एडवोकेसी ग्रुप फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स (AAPP) ने कहा कि सोमवार के दौरान, देश भर में दरारें और गोलीबारी जारी रही और कम से कम 14 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. AAPP के मुताबिक तख्तापलट के बाद से कम से कम 510 लोग मारे गए हैं. AAPP ने बताया, 'क्युक म्यांग, तमवे टाउनशिप, यांगून रीजन में लोगों ने बर्तन पीट कर सेना का विरोध किया. उस समय सेना ने लोगों से कहा कि बर्तन पीटना जारी रहा तो वह आगजनी करेंगे. सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं जिसमें सेना और पुलिस लोगों को बर्तन पीटने से रोक रही है. देश में सेना का विरोध बर्तन पीट करना आम बात हो गई है.