logo-image

माइक्रोसॉफ्ट ने दिया टिकटॉक को बड़ा झटका, रद्द किया खरीदने का सौदा

चीनी ऐप टिकटॉक (TikTok) को एक और बड़ा झटका लगा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी के बाद माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने इस चीनी कंपनी के अमेरिकी ऑपरेशंस को खरीदने का इरादा छोड़ दिया है.

Updated on: 03 Aug 2020, 07:59 AM

सैन फ्रांसिस्को:

भारत और चीन के बीच विवाद के बाद से चीनी ऐप कंपनियों के बुरे दिन शुरू हो गए हैं. चीनी ऐप टिकटॉक (TikTok) को एक और बड़ा झटका लगा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी के बाद माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने इस चीनी कंपनी के अमेरिकी ऑपरेशंस को खरीदने का इरादा छोड़ दिया है. माइक्रोसॉफ्ट और टिकटॉक एप के स्वामित्व वाली कंपनी बाइटडांस के बीच सौदे को लेकर बातचीत लगभग आखिरी चरण में थी. अमेरिका में टिकटॉक के आठ करोड़ से ज्यादा यूजर हैं.

यह भी पढ़ेंः LAC पर चीन को दो टूक, टकराव वाली सभी जगहों से PLA के सैनिक पूरी तरह हटें

सौदे से माइक्रोसॉप्ट को होता बड़ा फायदा  
माइक्रोसॉफ्ट इस सौदे के लिए काफी समय से प्रयास कर रहा था. अगर यह सौदा हो जाता तो माइक्रोसॉफ्ट सोशल मीडिया क्षेत्र की बड़ी कंपनी बन जाती, क्योंकि टिकटॉक युवाओं के बीच बहुत लोकप्रिय है. लेकिन भारत द्वारा जून में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अमेरिका में उसके खिलाफ सघन जांच चल रही है. भारत के बाद अब अमेरिका भी टिक टॉक पर प्रतिबंध लगा सकता है. पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्र डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने इसके संकेत भी दिए थे.

यह भी पढ़ेंः रूस ने कैसे बना ली दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन, ये है इसके पीछे की वजह

अमेरिका में हो रहा टिकटॉक का विरोध
भारत में टिकटॉक पर प्रतिबंध के साथ ही अमेरिका में भी इसके खिलाफ आवाज उठने लगीं हैं. कई शीर्ष रिपब्लिकन सांसदों ने चुनाव में चीनी सोशल मीडिया एप टिकटॉप की भूमिका को लेकर चिंता जताई थी. यह भी आशंका जताई गई थी कि चीन इस ऐप के इस्तेमाल से चुनाव को प्रभावित कर सकता है. इसमें उन्होंने चुनावों की सुरक्षा और निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए सही दिशा में कदम उठाने की अपील की थी.