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इमरान खान सत्ता में बने रहने के लिए विपक्षी नेताओं को करा रहे कोरोना संक्रमित

एक के बाद एक कई विपक्षी नेताओं के कोरोना संक्रमित होने के बाद संपूर्ण विपक्ष नियाजी खान पर आरोप लगा रहा है कि वह बतौर राजनीतिक हथियार कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण का इस्तेमाल कर रहे हैं.

Updated on: 14 Jun 2020, 07:59 AM

highlights

  • शहबाज शरीफ और युसुफ गिलानी ने सरकार पर मढ़ा कोरोना का आरोप.
  • विपक्षी नेताओं का आरोप राजनीतिक हथियार बना रहे हैं कोविड-19 संक्रमण.
  • फर्जी मामलों में कोरोना संक्रमित एनएबी अधिकारियों के समक्ष पेश कराया.

इस्लामाबाद:

इमरान खान (Imran Khan) सत्ता पाने के लिए अगर आईएसआई और पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) से हाथ मिला सकते हैं, तो सत्ता में बने रहने के लिए विपक्षी नेताओं के खिलाफ संगीन साजिशें भी रच सकते हैं. हाल-फिलहाल एक के बाद एक कई विपक्षी नेताओं के कोरोना संक्रमित होने के बाद संपूर्ण विपक्ष नियाजी खान पर आरोप लगा रहा है कि वह बतौर राजनीतिक हथियार कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण का इस्तेमाल कर रहे हैं. विपक्षी नेताओं (Opposition) ने साफतौर पर आवाम से अपील कर डाली है कि यदि उन्हें कोरोना संक्रमण की वजह से जान से हाथ धोना पड़ता है, तो इसके लिए सीधे-सीधे वजीर-ए-आजम इमरान खान ही दोषी होंगे.

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राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे कोरोना संक्रमण
इस लिहाज से देखें तो कोरोना संक्रमण पर शुरुआत से ही ढुलमुल नीति अपनाने वाले इमरान खान अपने विपक्षी नेताओं के कोरोना संक्रमित होने पर एक नए विवाद से घिर गए हैं. विपक्ष ने एकजुट होकर आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री इमरान खान कोरोना वायरस को राजनीतिक हथियार की तरह प्रयोग कर रहे हैं. नवाज शरीफ के भाई और विपक्षी पार्टी मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख शहबाज शरीफ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद खुलकर पीएम इमरान खान को साफतौर पर आड़े हाथों लिया है. दोनों ही नेताओं ने कहा है कि अगर उन्हें कुछ होता है तो इसके जिम्मेदार इमरान खान होंगे.

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एनएबी से पूछताछ में नेता हुए कोरोना संक्रमित
दोनों नेताओं के अलग-अलग दावों का लब्बोलुआब यह है कि उन्हें फर्जी मामलों में इमरान सरकार ने जबर्दस्ती राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के सामने पेश होने के लिए मजबूर किया. इसी पूछताछ के दौरान ही वे कोविड-19 संक्रमण की चपेट में आए. इतना ही नहीं, शहबाज शरीफ और यूसुफ रजा गिलानी ने यहां तक कहा कि सरकार को पहले से पता था कि एनएबी के कई अधिकारी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं इसके बाद भी उन्हें पेश होने के लिए मजबूर किया गया. इसके लिए उन्होंने इमरान सरकार को ही दोषी ठहराया है.

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शहबाज शरीफ ने लगाया सीधा आरोप
शहबाज शरीफ ने एक बयान में कहा था कि मीडिया रिपोर्ट सा जगजाहिर है कि एनएबी के कुछ अधिकारी कोविड-19 से संक्रमित हैं. इसके बावजूद इमरान सरकार के कारिंदों ने उन्हें जबर्दस्ती एनएबी के समक्ष पेश होने के लिए मजबूर किया. गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी और शहबाज शरीफ के अलावा पाकिस्तान में कई राजनेता कोरोना से संक्रमित हैं. इस लिस्ट में पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी और इमरान सरकार में रेल मंत्री शेख राशिद अहमद भी शामिल हैं. यही नहीं, एक प्रांतीय मंत्री समेत कम से कम चार सांसदों की मौत कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से हो चुकी है.

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पाकिस्तान में तेजी से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण
पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 1,35,702 पर पहुंच गए हैं. वहीं कोरोना के कारण मृतकों की संख्या भी बढ़कर 2,593 पर पहुंच गई है. अब तक पाकिस्तान में 50,056 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं. अब तक आए 1,35,702 मामलों से में पंजाब में 50087, सिंध में 51518, खैबर पख्तूनख्वा में 17,450, बलोचिस्तान में 7,866, इस्लामाबाद में 7,163, गिलगित बाल्तिस्तान में 1,044 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 574 मामले हैं. मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कम से कम 88 लोगों की संक्रमण से मौत होने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,551 हो गई है.