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अगर जेल गया तो हो जाऊंगा और भी खतरनाक, इमरान खान की नई धमकी

पाकिस्तान के पूर्व वजीर-ए-आजम इमरान खान कड़ी सुरक्षा के बीच इस्लामाबाद हाई कोर्ट में आतंकवाद से जुड़े मामले में पेश हुए. वहां बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती देख इमरान खान फिर एक नई धमकी देने से नहीं चूके.

Updated on: 10 Sep 2022, 10:01 AM

highlights

  • इस्लामाबाद की रैली में महिला जज और पुलिस अधिकारियों को धमकाने का आरोप
  • आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत पूर्व वजीर-ए-आजम पर दर्ज किया है केस
  • इस्लामाबाद हाई कोर्ट में इसी सिलसिले में पेशी पर आने के दौरान फिर दी धमकी

इस्लामाबाद:

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान ने शहबाज शरीफ सरकार को धमकी देते हुए कहा कि अगर उन्हें जेल भेजा गया तो वह और भी खरतनाक हो जाएंगे. इमरान खान अपने ऊपर दर्ज आतंकवाद से जुड़े मामले में पेशी के लिए इस्लामाबाद हाई कोर्ट पहुंचे थे और वहां सुरक्षा के भारी इंतजाम देख भड़क गए. पीटीआई (PTI) प्रमुख इमरान खान (Imran Khan) पर संघीय राजधानी की महिला जज समेत पुलिस अधिकारियों को धमकाने के आरोप में इस्लामाबाद के सदर मजिस्ट्रेट अली जावेद ने आतंकवाद (Terrorism) का मुकदमा दर्ज कराया है. उन्होंने 20 अगस्त को रैली के दौरान महिला जज को धमकी दी थी. सत्ता से हटाए जाने के बाद इमरान खान शहबाज शरीफ सरकार पर हावी होने की कोशिश कर रहे हैं. 

तेवर तीखे हो रहे हैं इमरान खान के
अपने बनिगाला स्थित घर से पेशी के लिए रवाना होने से पहले पीटीआई के फवाद चौधरी, शहजाद वसीम जैसे कई नेता इस्लामाबाद हाई कोर्ट पहुंच चुके थे. यह अलग बात है कि रजिस्ट्रार ऑफिस से सुरक्षा बलों को दी गई सूची में नाम नहीं होने पर सुरक्षा बलों ने उन्हें बाहर ही रोक दिया. बाद में मीडिया से बात करते हुए इमरान खान ने हाई कोर्ट के बाहर पुलिस और सुरक्षा बलों की भारी तैनाती पर अप्रसन्नता जाहिर की. उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि आखिर स्थानीय प्रशासन को किससे और किस बात का डर है. 

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अस्थिरता दूर करने के लिए चुनाव ही एकमात्र विकल्प
अदालत की अवमानना का दोषी करार दिए जाने के बाद इमरान खान ने कहा कि वह महिला जज पर अपने वक्तव्य को संदर्भ सहित हाई कोर्ट के समक्ष रखना चाहते थे, लेकिन उन्हें अवसर नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि हर वक्तव्य का कोई न कोई संदर्भ होता है.  देश दिन प्रति दिन पिछड़ता जा रहा है, जिसकी पुष्टि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी की है. देश में जारी अस्थिरता को दूर करने के लिए चुनाव ही एकमात्र विकल्प है. इमरान खान ने जोर देकर कहा कि उन्होंने अपनी सत्ता के दौरान कभी किसी विरोधी की उत्पीड़न नहीं किया. साथ ही यह भी माना कि कुछ मामलों में स्थितियों को सही तरीके से संभाला नहीं गया. 

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12 सितंबर तक जमानत पर हैं नियाजी खान
गौरतलब है कि इमरान खान पर आतंक निरोधी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने शहबाज गिल पर पुलिस हिरासत में कथित अत्याचार के खिलाफ 20 अगस्त को संघीय राजधानी में एक रैली की थी. इस रैली में उन्होंने इस्लामाबाद और डीआईजी पुलिस को देख लेने की धमकी दी थी. इसके बाद महिला जज को धमकी देने के आरोप में इमरान खान पर एक और केस दर्ज किया गया. इसी के सिलसिले में पेशी के लिए इमरान खान हाई कोर्ट पहुंचे थे. फिलहाल इमरान 12 सितंबर तक इस ममले में जमानत पर हैं.