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Xi Jinping( Photo Credit : Social Media)
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Xi Jinping( Photo Credit : Social Media)
China New Map: चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा. वह लगातार भारत के खिलाफ बगावत करता रहा है और भातक के कुछ हिस्सों पर अपना दावा करता रहा है. चीन ने एक बार फिर से ऐसा ही किया है. दरअसल, चीन ने सोमवार को अपना नया नक्शा जारी किया. जिसमें ड्रैगन ने अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को अपना हिस्सा बताया है. 28 अगस्त को जारी किए गए आधिकारिक मानक मानचित्र-2023 में चीन की इस हरकत से एक बार फिर से दोनों देशों के संबंध खराब हो सकते हैं.
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इस नक्शे में चीन ने भारत के अरुणाचल प्रदेश, अक्साई चीन, ताइवान और विवादित दक्षिण चीन सागर को अपने क्षेत्र में बताते हुए प्रदर्शित किया है. चीन के सरकारी न्यूज पेपर ने एक्स पर कल करीब पौने चार बजे नया मैप शेयर किया. इसके अलावा चीन के प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय की ओर से होस्ट की जाने वाली स्टैंडर्ड मैप सर्विस की वेबसाइट पर इस मैप को लॉन्च किया गया है. बता दें कि चीन ने नए मैप को दुनिया के विभिन्न देशों की सीमाओं की ड्रॉइंग पद्धति के आधार पर तैयार किया है.
अप्रैल में अरुणाचल के 11 स्थानों के बदले थे नाम
चीन की ये कोई पहली करतूत नहीं है जब ड्रैगन ने इस तरह की हरकत की हो. इससे पहले इसी साल अप्रैल में चीन ने अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश के 11 स्थानों के नाम बदल दिए थे. बता दें कि चीन ने पिछले 5 साल में तीसरी बार ऐसा किया है. इसके पहले साल 2021 में भी चीन ने अरुणाचल की 15 जगहों और 2017 में 6 जगहों के नाम बदल दिए थे. बता दें कि चीन के नए नक्शे में ताइवान और विवादित दक्षिण चीन सागर को भी चीन का हिस्सा बताया गया है. गौरतलब है कि चीन ने 1962 के युद्ध के दौरान अक्साई चिन पर कब्जा कर लिया था. वहीं दक्षिण चीन सागर क्षेत्रों पर वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया और ब्रुनेई भी अपना दावा करते रहे हैं.
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विदेश मंत्रालय ने किया पटलवार
चीन की इस हरकत पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने पलटवाल किया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि, "हमारे सामने चीन की इस तरह की हरकतों की रिपोर्ट्स पहले भी आई हैं. हम इन नए नामों को सिरे से खारिज करते हैं. अरुणाचल प्रदेश भारत का आतंरिक हिस्सा था, हिस्सा है और रहेगा. इस तरह से नाम बदलने से हकीकत नहीं बदलेगी."
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चीन ने अरुणाचल के इन इलाकों के भी बदले नाम
बता दें कि चीन अभी तक अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा मानने से इनकार करता रहा है. ड्रैगन ने अरुणाचल को भारत के राज्य के तौर पर मान्यता नहीं दी है और वह अरुणाचल को ‘दक्षिणी तिब्बत’ का हिस्सा बताता है. चीन का आरोप है कि भारत ने उसके तिब्बती इलाके पर कब्जा करके उसे अरुणाचल प्रदेश बना लिया. चीन के सरकारी अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' के मुताबिक, चीन ने सोमवार को 11 नाम बदले जाने को मंजूरी दे दी. ये सभी इलाके जेंगनेन में आते हैं. जिसमें चार रिहायशी इलाके भी शामिल हैं. जिसमें एक इलाका अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर के पास का है. इनमें 5 पहाड़ी क्षेत्र और दो नदियों के नाम भी शामिल हैं. जिनके नाम मन्दारिन और तिब्बती भाषा में लिखे गए हैं.
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Source : News Nation Bureau