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धरती की ओर आ रहा बुर्ज खलीफा जितना बड़ा उल्कापिंड, आज का दिन है बहुत खास

धरती की ओर यह उल्का पिंड करीब 90 हजार प्रति घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. 29 नवंबर की रात यह उल्कापिंड धरती के काफी पास से गुजरेगा. 

Updated on: 29 Nov 2020, 09:35 AM

नई दिल्ली:

उल्कापिंड के अक्सर धरती के पास से गुजरने की घटनाएं सामने आती रहती है. इस बार 29 नवंबर को भी ऐसी ही घटना होने जा रही है. बुर्ज खलीफा के जितने बड़ा धरती की ओर बढ़ रहा है. यह उल्कापिंड मिसाइल से कई गुना तेज गति से बढ़ रहा है, लेकिन इस बात की जरा भी आशंका नहीं है कि यह धरती से टकराएगा. फिलहाल इसकी रफ्तार 90000 किमी प्रति घंटा है.

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नासा ने इस उल्कापिंड को 153201 2000 WO107 नाम दिया है. पिछले काफी समय से नासा की इस पर नजर थी. नासा के मुताबिक इस उल्कापिंड का आकार 820 मीटर के करीब बताया जा रहा है. जबकि बुर्ज खलीफा की ऊंचाई 829 मीटर है. जानकारी के मुताबिक मिलाइल की रफ्तार 4000 किमी प्रतिघंटा होती है जबकि यह उल्कापिंड इससे कई गुना तेजी से धरती की ओर बढ़ रहा है. नासा ने इसे नियर अर्थ ऑब्जेक्ट की श्रेणी में रखा है यानी यह धरती के करीब से जरूर गुजरेगा, लेकिन टकराने की आशंका नहीं है. इस तरह खगोलशास्त्रियों ने एक बार फिर राहत की सांस ली है. बता दें, इस साल कई खतरनाक धुमकेतू धरती के करीब से गुजर चुके हैं. गनिमत यह रही कि कोई धरती से टकराया नहीं.

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टकराने की आशंका 
लेकिन इस बात की जरा भी आशंका नहीं है कि यह धरती से टकराएगा. इस तरह से नासा के खगोलशास्त्रियों समेत दुनिया के सभी अंतरिक्ष वैज्ञानिक ने एक बार फिर राहत की सांस ली है. गौरतलब है कि इस साल कई खतरनाक धुमकेतू धरती के करीब से गुजर चुके हैं. गनिमत यह रही कि कोई धरती से टकराया नहीं. हाल के वर्षों में भारत के अलग अलग इलाकों में अजीब घटनाएं घटी हैं, जिन्हें उल्कापिंड से जोड़कर देखा जा रहा है.