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चीन फिर Corona को लेकर कठघरे में, अमेरिका के हाथ लगा जेनेटिक डाटा

कोविड-19 की उत्पत्ति का रहस्य खंगालने में जुटी अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के हाथों चीन की विवादित वुहान लैब का वृहद जेनेटिक डाटा लगा है.

Updated on: 07 Aug 2021, 08:26 AM

highlights

  • वुहान लैब का जेनेटिक डाटा फिर खड़ा कर रहा चीन को कठघरे में
  • अमरिका समेत कई बड़े देश कोरोना वायरस की उत्पत्ति की कर रहे जांच
  • चीन लगातार करता आ रहा है वायरस की उत्पत्ति से इंकार

वॉशिंगटन:

कोरोना वायरस (Corona Virus) की उत्पत्ति की जांच पर चीन दुनिया भर के देशों के गहरे दबाव का सामना कर रहा है. निष्पक्ष जांच को लेकर अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई यूरोपीय देश ड्रैगन पर लगातार दबाव बनाए हुए हैं. इसकी एक बड़ी वजह यही है कि अब तक कोरोना संक्रमण (Corona Epidemic) की उत्पत्ति को लेकर जितने भी शोध सामने आए हैं, वह सभी कहीं न कहीं ड्रैगन को कठघरे में खड़ा करते आ रहे हैं. इस कड़ी में अमेरिकी जांच एजेंसियों को वुहान (Wuhan) प्रयोगशाला का जेनेटिक डाटा हाथ लग गया है, जो एक बार फिर से चीन को ही जिम्मेदार ठहरा रहा है. 

अमेरिकी एजेंसी के हाथ लगा जेनेटिक डाटा
गौरतलब है कि कोरोना वायरस का रहस्य क्या है, इसे सुलझाने के लिए पूरी दुनिया जुटी है और अब तक के जो शोध सामने आए हैं, उससे चीन पर शक गहराता जा रह है. इस बीच कोविड-19 की उत्पत्ति का रहस्य खंगालने में जुटी अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के हाथों चीन की विवादित वुहान लैब का वृहद जेनेटिक डाटा लगा है. अमेरिकी मीडिया में प्रकाशित एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. हालांकि, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को यह डाटा कैसे हासिल हुआ, रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं किया गया है.

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मिला जेनेटिक ब्लूप्रिंट
सीएनएन के मुताबिक वायरस से जुड़े जेनेटिक डाटा के निर्माण, इस्तेमाल एवं विश्लेषण के लिए जिन मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है, वे आमतौर पर बाहरी क्लाउड आधारित सर्वर से जुड़ी होती हैं. ऐसे में उन्हें हैक करना नामुमकिन नहीं माना जाता. अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को इन मशीनों में दर्ज वायरस का संपूर्ण जेनेटिक ब्लूप्रिंट हासिल करने में कामयाबी मिली है. गौरतलब है कि अमेरिकी अधिकारी शुरुआत से ही सार्स-कोव-2 वायरस के लैब में निर्मित होने का आरोप लगाता आया है.

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चीन ने खारिज किया आरोप
इस कड़ी में हाल ही में एक रिपब्लिक सांसद की ओर से जारी रिपोर्ट में भी दावा किया गया था कि कोरोना वायरस वुहान के विषाणु विज्ञान संस्थान से लीक हुआ था. चीन ने इसकी उत्पत्ति को लेकर पूरी दुनिया को अंधेरे में रखा है. यह अलग बात है कि चीन ने रिपब्लिक सांसद की रिपोर्ट को खारिज करते हुए इसे पूरी तरह से बेबुनियाद करार दिया है. उसने यह भी कहा कि अमेरिकी सांसद राजनीतिक लाभ के लिए चीन को बेवजह बदनाम करते रहते हैं.