नेपाल में फिर भड़का Gen-Z आंदोलन, कई इलाकों में कर्फ्यू, सीमाएं सील

नेपाल एक बार फिर से सुलग रहा है. देश में जेन-जी (Gen-Z) का प्रदर्शन फिर से शुरू हो गया है, जिसके कारण देश के कई हिस्सों में हालात बिगड़ते ही कर्फ्यू लगा दिया गया है.

नेपाल एक बार फिर से सुलग रहा है. देश में जेन-जी (Gen-Z) का प्रदर्शन फिर से शुरू हो गया है, जिसके कारण देश के कई हिस्सों में हालात बिगड़ते ही कर्फ्यू लगा दिया गया है.

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Ravi Prashant
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नेपाल प्रोटेस्ट Photograph: (X/@GloballyPop)

नेपाल एक बार फिर से जेन-जी (Gen-Z) आंदोलन की चपेट में आ गया है. देश के कई हिस्सों में हालात बिगड़ते ही कर्फ्यू लगा दिया गया है. इससे पहले सितंबर में हुए उग्र प्रदर्शनों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को पद छोड़ना पड़ा था. अब दोबारा युवा प्रदर्शनकारियों और पूर्व शासक दल के समर्थकों के बीच टकराव तेज हो गया है, जिसके चलते सीमा सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है और कुछ जगहों पर बॉर्डर बंद कर दिए गए हैं.

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किसको लेकर टकराव?

इस बार संघर्ष जेन-जी प्रदर्शनकारियों और पूर्व प्रधानमंत्री ओली की पार्टी—कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूएमएल) के कार्यकर्ताओं के बीच हुआ है. बताया जा रहा है कि पार्टी समर्थकों और युवा प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें बढ़ती गईं, जिसके बाद स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई.

शाम तक लागू रहेगा कर्फ्यू

रिपोर्ट्स के अनुसार, बुधवार को बारा जिले के सिमरा इलाके में दोनों गुट अलग-अलग रैलियां निकाल रहे थे. इसी दौरान हिंसक झड़पें होने लगीं. प्रशासन ने व्यवस्था बिगड़ने का हवाला देते हुए तुरंत कर्फ्यू लागू कर दिया, जो गुरुवार शाम 8 बजे तक जारी रहेगा.

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कार्यवाहक पीएम ने शांत रहने की अपील

नेपाल की कार्यवाहक प्रधानमंत्री सुशाली कार्की ने जेन-जी आंदोलनकारियों से शांत रहने की अपील की है. वह सितंबर विद्रोह के बाद अंतरिम पीएम बनी थीं. कार्की ने युवाओं सहित सभी राजनीतिक दलों से अनावश्यक उकसावे से बचने और 5 मार्च 2026 को निर्धारित चुनावों पर भरोसा रखने की बात कही है. फिलहाल नेपाल में राजनीतिक माहौल लगातार तनावपूर्ण है और सरकार हालात को काबू करने की कोशिश कर रही है.

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