Nepal Flood: मानसून का सीजन शुरू होते ही भारत और उसके पड़ोसी देश नेपाल, पाकिस्तान और बांग्लादेश में हर साल बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है. देश के कई इलाके इसकी चपेट में आ जाते हैं. जिसमें कई लोगों की जान भी चली जाती है. इस बीच नेपाल में बाढ़ आने की खबर है. बताया जा रहा है कि नेपाल और चीन के बॉर्डर पर बाढ़ आ गई है. जिसमें कई वाहन बह गए हैं. इसके साथ ही 18 लोग लापता हुए हैं. इनमें 12 नेपाली और 6 चीनी नागरिक शामिल हैं.
मंगलवार सुबह मचाया बाढ़ ने तांडव
बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह नेपाल की सीमा पर तिब्बत से नेपाल की ओर बहने वाली नदी में भीषण बाढ़ आ गई. जिससे पुल और कई वाहन पानी के साथ बह गए. इस बाढ़ में पासंग ल्हामू राजमार्ग का कुछ भी बह गया. जिसके चलते रसुवागढ़ी की ओर जाने वाला वाहन रास्ते में ही फंस गए. इस बाढ़ से रसुवा जिले में कनेक्टिविटी बुरी तरह से प्रभावित हुई है. रसुवागढ़ी के सहायक मुख्य जिला अधिकारी द्रुबा प्रसाद अधिकारी ने कहा कि, "बाढ़ की घटना के बाद 3 पुलिस अधिकारियों, 9 आम लोगों और 6 चीनी नागरिकों सहित 18 लोग लापता हैं. जिनती तलाश की जा रही है, लेकिन खराब मौसम के चलते बचाव अभियान में दिक्कतें आ रही हैं."
भारी बारिश के बाद आई इलाके में बाढ़
अधिकारियों के मुताबिक, इलाके में भारी बारिश के बाद बाढ़ आ गई. जिसके चलते गोसाईकुंडा ग्रामीण नगर पालिका-2 के तहत आने वाले राजमार्ग से स्याफ्रूबेसी-रासुवागढ़ी खंड का संपर्क टूट गया है. भारी बारिश से इलाके में भूस्खलन और गंभीर सड़क कटाव शुरू हो गया. भारी बारिश के चलते राहत बचाव अभियान भी प्रभावित हो रहा है. नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल (APF) ने बताया कि भोटेकोशी नदी के बढ़ते जलस्तर ने तिमुरे में एक EV चार्जिंग स्टेशन पर खड़े आठ इलेक्ट्रिक वाहन और रासुवा कस्टम्स यार्ड से नौ कंटेनर बह गए हैं. इस बाढ़ से रासुवागढ़ी जलविद्युत परियोजना के बांध को भी काफी नुकसान पहुंचा है.
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