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Pak-Afghan War
Pak-Afghan War: अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तुर्किये में शांति वार्ता हो रही है. इस वार्ता में पाकिस्तान के हमलों का साया पड़ गया है. काबुल और इस्लामाबाद के संबंध में इससे रिश्ते और नाजुक हो गए हैं. दोनों पक्षों के बीच एक तरफ शांति वार्ता शुरू हुई तो दूसरी तरफ पाकिस्तान ने गोलीबारी कर दी. बता दें, दोनों पक्षों के बीच जारी युद्ध के बीच दोहा में दोनों पक्ष शांति समझौते के लिए तैयार हो गए थे लेकिन पिछले सप्ताह इस्तांबुल में दूसरे दौर की बातचीत में कोई दीर्घकालिक समझौता नहीं हो पाया था, जिस वजह से तीसरे दौर की बातचीत शुरू हुई.
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काबुल के समर्थन में रूस
मामले में एक्सपर्ट्स का कहना है कि काबुल के प्रति पाकिस्तान की नीति आक्रामक है, जिस वजह से दोनों पक्षों के बीच शांति होना मुश्किल है. आशंका है कि उनके रिश्ते तनावपूर्ण और उदासीन हो सकते हैं. शांति वार्ता शुरू होने पर अफगानिस्तान को रूस का समर्थन मिला. गुरुवार को रूस के एनएसए ने एक बैठक में अफगानिस्तान में महत्वपूर्ण और सकारात्मक विकास की बात की. शोइगु ने अफगानिस्तान की सुरक्षा पर चिंता जाहिर की.
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भारत ने भी अफगानी कृषि मंत्री के साथ की बैठक
इस बीच, भारतीय राजनयिक मिशन के चीफ ने इस सप्ताह अफगानिस्तान के कृषि मंत्री से मुलाकात की. इस बैठक का उद्देश्य कृषि क्षेत्र और अनुसंधान में क्षमता निर्माण के साथ काबुल की मदद करना था.
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