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कितना शक्तिशाली है इथियोपिया का हेली गुब्बी ज्वालामुखी Photograph: (Social Media)
इथियोपिया का हेली गुब्बी ज्वालामुखी रविवार को 10 हजार साल बाद अचानक से भट गया. इस ज्वालामुखी विस्फोट के शक्तिशाली होने का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है इसकी राख का गुबार आसमान में कई हजार किलोमीटर पहुंच गया. उसके बाद इसने दुनिया के कई देशों को अपने आगोश में ले लिया. ये ज्वालामुखी इथियोपिया के मशहूर और एक्टिव एर्टा एले ज्वालामुखी से महज 15 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है.
ज्वालामुखी विस्फोट का पूर्वानुमान क्यों नहीं लगा पाए वैज्ञानिक?
आज दुनियाभर में तकनीती इतनी बढ़ गई है कि वैज्ञानिक और मौसम विज्ञानी जमीन और आसमान में होने वाले बदलावों के बारे में पहले ही पता लगा लेते हैं, लेकिन इथियोपिया के हेली गुब्बी ज्वालामुखी में हुए विस्फोट का पता कोई नहीं लगा पाया और ये ज्वालामुखी अचानक से फट गया. दनाकिल इलाके का ये क्षेत्र ऐसा है जहां के बारे में कोई भी रिकॉर्ड पूरा नहीं है. जहां के सभी रिकॉर्ड अधूरे हैं. इस इलाके में वैज्ञानिक शोध भी काफी कम हुए हैं. इसीलिए इस इलाके में जमीन के अंदर होने वाली हलचल का वैज्ञानिक पता नहीं लगा पाए और ये ज्वालामुखी अचानक से फट गया. जिसके बारे में वैज्ञानिक कोई अनुमान नहीं लगा पाए.
कितना खतरनाक है हेली गुब्बी ज्वालामुखी?
ये ज्वालामुखी काफी खतरनाक है. जिस इलाके में ये ज्वालामुखी मौजूद है वहां पर्वत के नीचे मैग्मा में लगातार तेज हलचल हो रही है. जबकि टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने से जमीन के भीतर जोरदार दबाव बनने और पिघली चट्टानें ऊपर उठने के बाद 10 हजार से शांत ये ज्वालामुखी रविवार को अचानक से फट गया. जो दुनियाभर के वैज्ञानिकों के लिए एक दुर्लभ घटना है.
10 हजार साल से शांत था ये ज्वालामुखी
इस ज्वालामुखी का फटना इसलिए असाधारण माना जा रहा है क्योंकि ये करीब 10 हजार साल से शांत था. लेकिन इसके बारे में कोई रिकॉर्ड नहीं है. बताया जा रहा है कि इस विस्फोट से उठी राख करीब 18 किलोमीटर ऊंची उठी और उसके बाद ये लाल सागर को पार कर यमन और ओमान तक फैल गई. हेली गुब्बी एक शील्ड ज्वालामुखी है.
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हेली गुब्बी है शील्ड ज्वालामुखी
शील्ड ज्वालामुखी वे होते हैं जिनका आकार काफी बड़ा होता है और ये चपटे आकार के होते हैं. इनमें से निकलने वाला लावा पतला और गर्म होता है जो तेजी से काफऱी दूर तक बहता रहता है. जिसके चलते इनका ढलान बहुत हल्की होता है. इन ज्वालामुखी से ज्यादा धमाके नहीं करते हैं, लेकिन जब ये फटता है तो इसका लावा नदी की तरह लगातार बहता रहता है.
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