/newsnation/media/media_files/2025/07/11/earthquake-2025-07-11-20-09-45.jpg)
अफगानिस्तान में फिर महसूस किए गए भूकंप के झटके Photograph: (SM)
Afghanistan Earthquake: अफगानिस्तान में लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं. शुक्रवार (5 सितंबर) सुबह एक के बाद एक तीन बार अफगानिस्तान में भूकंप के झटके महसूस किए गए. इससे पहले बीते रविवार को आए 6.2 तीव्रता के भूकंप ने देश में भारी तबाही मचाई. उस भूकंप में अब तक 2200 से ज्यादा लोगों की जान चुकी है. गुरुवार को भी अफगानिस्तान में भूकंप के झटके महसूस किए गए. उसके बाद शुक्रवार तड़के एक बार फिर से अफगानिस्तान में भूकंप आया.
अफगानिस्तान में फिर आया भूकंप
भारत का पड़ोसी देश अफगानिस्तान बार-बार भूकंप के झटकों से कांप रहा है. बीते रविवार को आए 6.2 तीव्रता के भूकंप से अभी तक अफगानिस्तान उबरा नहीं है, लेकिन शुक्रवार तड़के अफगानिस्तान के अलग-अलग इलाकों में धरती कांप गई. शुक्रवार को पहला भूकंप 3.16 बजे आया. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.9 दर्ज की गई. ये भूकंप जमीन के नीचे 120 किमी की गहराई में आया. इसके बाद सुबह 7 बजे भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. इस भूकंप की तीव्रता 5.2 मापी गई. जबकि शुक्रवार सुबह 7 बजकर 46 मिनट पर आए भूकंप की तीव्रता 4.6 दर्ज की गई.
EQ of M: 5.2, On: 05/09/2025 07:00:06 IST, Lat: 34.51 N, Long: 70.58 E, Depth: 140 Km, Location: Afghanistan.
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) September 5, 2025
For more information Download the BhooKamp App https://t.co/5gCOtjdtw0@DrJitendraSingh@OfficeOfDrJS@Ravi_MoES@Dr_Mishra1966@ndmaindiapic.twitter.com/QAWVCwy6Er
खौफ के साए में जी रहे अफगानिस्तान के लोग
बता दें कि रविवार से लेकर गुरुवार तक अफगानिस्तान में तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. जिससे लोग अभी भी खौफ के साए में जी रहे हैं. नांगरहार प्रांत के स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता के मुताबिक, गुरुवार को आए भूकंप का केंद्र पाकिस्तान की सीमा के पास जमीन के नीचे 10 किमी की गहराई में था. इस भूकंप के चलते नांगरहार और कुनार जिलों में प्रांतों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. मलबे में दबने या उसकी चपेट में आने से तीन हजार 600 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. जबकि हजारों लोग बेघर हो गए हैं. राहत और बचाव अभियान में जुटे तालिबान ने वैश्विक संगठनों से मदद मांगी है.
ये भी पढ़ें: Tariff Row: 'पश्चिम को भारत के साथ सम्मानजनक नीति अपनानी होगी', टैरिफ मुद्दे पर बोले फिनलैंड के राष्ट्रपति
ये भी पढ़ें: रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए यूरोपीय संघ ने मांगी PM मोदी से मदद, शीर्ष नेतृत्व ने किया प्रधानमंत्री को कॉल