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ट्रंप ने फिर भेजा जेलेंस्की को शांति प्रस्ताव Photograph: (X@WhiteHouse, X@ZelenskyyUa)
रूस और यूक्रेन के बाच चल रहे युद्ध को रोकने के लिए अमेरिका की अब तक की सभी कोशिशें नाकाम रह ही हैं. इस बीच ट्रंप ने एक बार फिर से यूक्रेन के सामने शांति योजना का स्वीकार करने का समय दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को शांति योजना को स्वीकार करने के लिए 27 नवंबर तक का वक्त दिया है. इसके साथ ही अमेरिका ने कहा है कि अगर यूक्रेन ने उनकी शांति योजना को स्वीकार नहीं किया तो उसे हथियार और खुफिया सूचनाएं देने पर रोक लगा दी जाएगी.
यूक्रेन को लेकर क्या बोले डोनाल्ड ट्रंप?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, वे पिछले करीब चार साल से चल रहे खूनखराबे को रोकना चाहते हैं. वहीं दूसरी ओर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने ट्रंप की शांति योजना को यूक्रेन के हितों के अनुरूप न बताते हुए अस्वीकार कर दिया है. जेलेंस्की ने कहा है कि वह यूक्रेन के साथ गद्दारी नहीं कर सकते हैं. यही नहीं यूरोपीय नेताओं ने भी जेलेंस्की का समर्थन करते हुए ट्रंप की शांति योजना को खारिज कर दिया है.
ट्रंप की शांति योजना पर जेलेंस्की ने कही ये बात
वहीं ट्रंप की शांति योजना पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि, इस समय यूक्रेन अपने सबसे मुश्किल समय से गुजर रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि या तो यूक्रेन को अपना गौरव और स्वतंत्रता खोनी होगी या फिर अमेरिकी समर्थन खोना होगा. बता दें कि इससे पहले यूक्रेन के शीर्ष अधिकारियों ने अमेरिका की शांति योजना को स्वीकार करने से इनकार कर दिया.
ट्रंप ने बनाई है 28 बिंदुओं वाली शांति योजना
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गाजा की तरह ही यूक्रेन में भी शांति योजना लागू करना चाहते हैं. जिससे युद्ध को जल्द से जल्द रोका जा सके. जानकारी के मुताबिक, अमेरिका की 28 बिंदुओं वाली शांति योजना में अधिकांश रूस की मुख्य मांगों को ही शामिल किया गया है. जिनमें यूक्रेन द्वारा जीती हुई जमीन पर रूसी कब्जा बरकरार रखने की शर्त भी शामिल है.
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बताया जा रहा है कि ट्रंप की शांति योजना में कहा गया है कि पूर्वी यूक्रेन के जीते गए डोनेस्क और लुहांस्क प्रांत रूस अपने पास रखेगा, जबकि अन्य प्रांतों की जीती जमीन को रूस यूक्रेन को लौटा देगा. इसके साथ ही शांति योजना में यूक्रेन की सेना का आकार कम करने और नाटो में शामिल होने की अपनी इच्छा हमेशा के लिए छोड़ने जैसी शर्तों को शामिल किया गया है.
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