/newsnation/media/media_files/2024/12/22/fddfCZNwqOQa00ECrNIy.jpg)
कट्टरपंथियों के टारगेट पर हिंदू मंदिर Photograph: (News Nation)
Bangladesh News: क्या बांग्लादेश ‘आग के ढेर’ पर बैठा है. वहां के मौजूदा हालातों को देख ये सवाल वाजिब लगता है. कट्टरपंथी ऐसा तांडव कर रहे हैं कि हर ओर उनसे पीड़ित हिंदुओं की चित्कार है. कट्टरपंथियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि एक फिर उन्होंने चार हिंदू मंदिरों में उत्पात मचाया. उनमें जमकर लूटपाट और मूर्तियों को खंडित किया. इतने से भी कट्टरपंथियों का मन नहीं भरा तो उन्होंने एक मंदिर के पुजारी की निर्मम तरीके से हत्या कर दी. ये मंदिर बांग्लादेश के नाटोर इलाके में स्थित था.
शेबैत तरुण चंद्र दास था पुजारी का नाम
एक रिपोर्ट के अनुसार, बेरहमी से मारे गए पुजारी की पहचान शेबैत तरुण चंद्र दास के रूप में सामने आई है. वो बांग्लादेश में नाटोर के काशिमपुर सेंट्रल श्मशान में स्थित मंदिर में पूजा-अर्जना करते थे.
बताया गया है कि शेबैत तरुण चंद्र दास हर दिन की तरह ही मंदिर में मौजूद थे. कट्टरपंथियों ने मंदिर में धावा बोल दिया और फिर पुजारी शबैत तरुण चंद्र दास के साथ निर्ममता के साथ मारपीट की. हत्या के बाद कट्टरपंथी मंदिर में लूटपाट कर फरार हो गए. शबैत तरुण चंद्र दास हाथ-पैर बंधी हुई हालात में बेजान मिला.
इस्कॉन ने की पुजारी की हत्या की निंदा
इस्कॉन कोलकाता ने नाटोर के श्मशान घाट मंदिर में पुजारी शबैत तरुण चंद्र दास की हत्या की निंदा की. उनसे पड़ोसी देश की अंतरिम सरकार पर तीखा प्रहार किया. इस्कॉन कोलकाता ने कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में पूरी तरह से विफल है.
Shocked to hear about the attack on the temple located in #Natore's Kashimpur Central Shmashana in Bangladesh. Valuables were looted, and the temple's shebait, Tarun Chandra Das, was brutally murdered.
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) December 21, 2024
His lifeless body was discovered with his hands and feet tied. Even Hindu… pic.twitter.com/8xdPZ8Q059
शेख हसीना सरकार के पतन के बाद वहां हिंदू समेत अन्य सभी अल्पसंख्यक निरंतर यातनाओं और हत्याओं का सामना कर रहे हैं. बता दें कि विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह बताया कि इस साल 8 दिसंबर तक बांग्लादेश में हिंदुओं पर अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के 2200 मामले सामने आए हैं.