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वायरल एयर इंडिया फ्लाइट वीडियो Photograph: (instagram/udtapatang/Freepik)
Viral Air india flight video: मुंबई से दुबई जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट एआई 909, जो सुबह 8:25 बजे उड़ान भरने वाली थी, कई घंटों की देरी के बाद यात्रियों के लिए एक डरावना अनुभव बन गई. फ्लाइट में सवार यात्रियों को लगभग पांच घंटे तक विमान के अंदर बंद रखा गया, जिससे उनकी नाराजगी बढ़ गई.
फ्लाइट के अंदर दम घुटने लगा
पैसेंजर्स ने बताया कि फ्लाइट का एयर कंडीशनिंग सिस्टम काम नहीं कर रहा था, जिससे अंदर का माहौल असहनीय हो गया. इस दौरान फ्लाइट में छोटे बच्चे और बुजुर्ग भी मौजूद थे, जिन्हें ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा. नाराज यात्रियों ने ओवरहेड बिन्स पर हाथ मारकर और शोर मचाकर क्रू से दरवाजे खोलने की मांग की. इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. एक यात्री ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “दुबई जाने वाली एयर इंडिया फ्लाइट एआई 909 में यात्रियों के लिए कितना भयानक अनुभव रहा.”
कोई मदद के लिए नहीं आया
तेजस्वी आनंदकुमार सोनी, जो इस फ्लाइट में सवार थीं, उन्होंने अपने अनुभव को शेयर करते हुए लिखा, “यह फ्लाइट, जो सुबह 8:25 बजे उड़ान भरने वाली थी, पांच घंटे तक देरी से टेक ऑफ हुई. यात्रियों को बिना एयर कंडीशनिंग के विमान में रखा गया, जिससे घुटन महसूस होने लगी. इसके बावजूद क्रू ने कोई मदद नहीं की, जिसे पैसेंजर्स को राहत मिले. आखिरकार, जब यात्रियों ने दरवाजे खोलने की मांग की और विरोध तेज किया, तब उन्हें विमान से बाहर निकाला गया.”
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पांच घंटे तक अंदर रहे
रिपोर्ट्स के अनुसार, जब यात्रियों का गुस्सा बढ़ गया, तो उन्हें दोपहर 1 बजे के आसपास मुंबई के छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमान से उतारा गया. यह घटना गणतंत्र दिवस के दिन हुई. तेजस्वी ने आगे कहा, “कप्तान एक बार भी कॉकपिट से बाहर नहीं आए और यात्रियों को शांत करने का प्रयास नहीं किया. वह पांच घंटे तक केवल अंदर ही रहे. जब तक यात्री अपना धैर्य खो नहीं बैठे, तब तक कोई कदम नहीं उठाया गया. एविएशन मिनिस्ट्री को ऐसी घटनाओं को लेकर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.”
फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट Flightradar24 के अनुसार, फ्लाइट ने मुंबई से 4:32 बजे उड़ान भरी और 5:36 बजे दुबई पहुंची. यह घटना एक बार फिर से यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को लेकर सवाल खड़े करती है. ऐसी घटनाओं में जिम्मेदारी और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है.
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