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चीनी निवेश की वजह से Paytm का भी हो सकता है बहिष्कार, Mobikwik के समर्थन में आए लोग

Paytm में चीनी कंपनी अली बाबा ने निवेश किया हुआ है, जबकि फ्लिपकार्ट के अधिकार वाली कंपनी में PhonePe अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट की 77 फीसदी हिस्सेदारी है. ऐसे में अब Mobikwik ही ऐसी कंपनी है, जो पूर्णतः भारतीय है.

Updated on: 30 Jun 2020, 08:22 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल में देशवासियों को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया था. इसके अलावा पीएम मोदी ने देश के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए भी देश की जनता से अपील की थी. पीएम मोदी के आह्वान के बाद से ही देश के लोग आत्मनिर्भर बनने के लिए तरह-तरह के काम कर रहे हैं. आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल कैंपेन के बाद भारत सरकार ने 29 जून को चीन के 59 मोबाइल ऐप को देश में बैन कर दिया. सरकार के इस फैसले से देश में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है.

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सरकार के इस फैसले के बाद मंगलवार को ट्विटर पर #SwitchToMobikwik ट्रेंड करने लगा. बता दें कि Mobikwik एक डिजिटल वॉलेट कंपनी का ऐप है, जो कई तरह की सुविधाएं देता है. ये ऐप Paytm और PhonePe की तरह ही है, जो पेमेंट्स करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. बता दें कि Mobikwik, Paytm और PhonePe ये तीनों ही भारतीय ऐप हैं. लेकिन Paytm में चीनी कंपनी अली बाबा ने निवेश किया हुआ है, जबकि फ्लिपकार्ट के अधिकार वाली कंपनी में PhonePe अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट की 77 फीसदी हिस्सेदारी है. ऐसे में अब Mobikwik ही ऐसी कंपनी है, जो पूर्णतः भारतीय है.

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यही वजह है कि भारत की जनता अब Mobikwik का जबरदस्त समर्थन कर रही है. ऐसे में Paytm के लिए यहां से बुरा समय शुरू हो सकता है. बताते चलें कि मौजूदा समय में Paytm ऐप सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला डिजिटल वॉलेट है. लेकिन कंपनी में चीनी कंपनी के निवेश की वजह से Paytm की नाव अब डूबती हुई नजर आ रही है.