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मुंह के जरिए प्रजनन Photograph: (SOCIAL MEDIA)
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मुंह के जरिए प्रजनन Photograph: (SOCIAL MEDIA)
Mouthbreading: दुनिया में जीव-जंतुओं की प्रजातियों और उनके प्रजनन तरीकों को समझना हमेशा से वैज्ञानिकों के लिए एक जटिल और रोमांचक विषय रहा है. आम तौर पर यह देखा जाता है कि अधिकांश जानवर अंडे देकर या शरीर के अंदर बच्चों को जन्म देते हैं, लेकिन कुछ ऐसे जानवर भी हैं जो मुंह से बच्चों को जन्म देते हैं. यह तथ्य आम लोगों को हैरान कर सकता है, लेकिन विज्ञान की दुनिया में यह एक रोचक विषय है.
ऐसे जानवरों में मुख्य रूप से सियारफिश (Mouthbrooding Fish) का नाम आता है. सियारफिश अपने अंडों और बच्चों को मुंह में रखती है और उनके सुरक्षित विकास के लिए मुंह का इस्तेमाल करती है. मादा मछली अंडे देने के बाद उन्हें मुंह में रखती है, जहां नर मछली उन्हें फर्टिलाइज्ड करता है. अंडों से बच्चे निकलने के बाद भी मछली उन्हें कुछ समय के लिए मुंह में रखकर सुरक्षित रखती है.
इसके अलावा कुछ उभयचर जीव भी इस प्रक्रिया को अपनाते हैं. उदाहरण के लिए, गार्डर फ्रॉग (Darwin’s Frog) एक ऐसा दुर्लभ जीव है जो अंडों को मुंह में रखता है. नर फ्रॉग अपने गले में बने एक थैली में अंडों को सुरक्षित रखता है, और बच्चे वहीं विकसित होते हैं. जब बच्चे पूर्ण रूप से विकसित हो जाते हैं, तब वह उन्हें मुंह से बाहर निकालता है.
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यह प्रक्रिया न केवल इन जीवों के अद्भुत अनुकूलन को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि प्रकृति ने कैसे विभिन्न प्रजातियों को उनके वातावरण के हिसाब से विशेष गुण दिए हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि मुंह से बच्चों को जन्म देने का तरीका खास तौर पर ऐसे प्राणियों में विकसित हुआ है जो कठोर वातावरण में रहते हैं.
यह तरीका बच्चों को शिकारियों से बचाने और उन्हें सुरक्षित रखने में मदद करता है. यह प्रक्रिया हमारे पारंपरिक ज्ञान को चुनौती देती है और यह बताती है कि प्रकृति के पास हमें चौंकाने और सिखाने के लिए अभी भी बहुत कुछ है. मुंह से बच्चों को जन्म देने वाले ये जीव विज्ञान की जटिलता और विविधता को समझने का एक अनूठा जरिया हैं.
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