उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने के बाद हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं. न्यूज नेशन के संवाददाता सैयद आमिर हुसैन ने ग्राउंड जीरो से बताया कि धराली तक पहुंचना फिलहाल नामुमकिन है. हवाई रास्ते से भी केवल एरियल व्यू (ऊपर से दृश्य) ही मिल पा रहा है. सड़कों की हालत इतनी खराब है कि कई जगह रास्ते कट चुके हैं और कुछ इलाके दिखाई भी नहीं दे रहे हैं.
गंगवानी में बहा पुल
गंगवानी में बीआरओ (बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन) का एक मजबूत पुल पूरी तरह से बह गया है. यह पुल धराली और पटवारी के बीच था, और इसके टूटने से दोनों ओर से संपर्क पूरी तरह टूट गया है. इस पुल के बह जाने के बाद अब नीचे से होकर भी उस रास्ते को पार करना असंभव हो गया है, क्योंकि नदी का बहाव बहुत तेज है. कोई भी व्यक्ति वहां अगर नीचे उतरेगा, तो बह जाने का खतरा है.
इसके अलावा, धराली जाने वाली मुख्य सड़क पर दो बड़े भूस्खलन (लैंडस्लाइड) हुए हैं, जिससे पूरी सड़क बंद पड़ी है. प्रशासन लगातार रास्ता खोलने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल पाई है.
400 लोगों को निकाला गया
मिली जानकारी के मुताबिक, अब तक 400 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया जा चुका है. वहीं, प्रशासन की ओर से 5 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. स्थानीय लोगों के अनुसार, कई लोग अब भी मलबे में फंसे हो सकते हैं. बड़ी संख्या में होटल और दुकानें मलबे में दब गई हैं. कुछ लोग अपने परिवार और कर्मचारियों की तलाश में अब भी घटनास्थल पर हैं.
बताया जा रहा है कि कुछ जगहों पर चार मंजिला ऊंचा मलबा जमा है, और यह सब केवल 35 सेकंड में हुआ. ऐसे में लोगों को निकलने का मौका तक नहीं मिला. राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन मुश्किलें बहुत हैं. प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर लगातार प्रयास कर रहे हैं.
संवाददाता ने अंत में यह भी कहा कि रेस्क्यू टीम पूरी कोशिश में लगी है कि सभी फंसे हुए लोगों को जल्द सुरक्षित निकाला जा सके.
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