उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है. धराली से करीब 6 किलोमीटर दूर हर्षिल घाटी के गंगवानी इलाके में सैलाब ऐसा टूटा कि सड़कें, पुल और संपर्क मार्ग पूरी तरह तबाह हो गए. न्यूज नेशन की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट के अनुसार, इस प्राकृतिक आपदा में बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) द्वारा बनाया गया एक मजबूत पुल भी पानी के तेज बहाव के आगे टिक नहीं पाया और मलबे में समा गया.
पुल टूटने से कनेक्टिविटी हुई खत्म
आपको बता दें कि गंगवानी में जो पुल टूटा है, वह पतवाड़ी की ओर जाने वाले मुख्य रास्ते को जोड़ता था. पुल के टूटने के बाद यह रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है. नतीजतन, आसपास के करीब दो दर्जन गांवों का संपर्क अन्य इलाकों से पूरी तरह कट गया है. लोगों का कहना है कि उन्हें इस त्रासदी की जानकारी देर रात मिली. जब वे बाहर निकले, तो देखा कि पूरा पुल ढह चुका है और सड़कें भी बह चुकी हैं.
स्थानीय निवासी बताते हैं कि यह हादसा दोपहर करीब 1:30 बजे हुआ, जब अचानक बादल फटा और भारी पानी नीचे की ओर बहने लगा. कई होटल और घर भी इस सैलाब की चपेट में आ गए. लोग अपने परिजनों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि रास्ते बंद हैं और फोन नेटवर्क भी कमजोर हो गया है.
धराली, हर्षिल और सुखी टॉप जैसे इलाकों में अब बारिश रुक चुकी है और मौसम शांत है, लेकिन तबाही के निशान हर ओर दिख रहे हैं. राहत और बचाव कार्य शुरू हो चुका है, लेकिन दुर्गम इलाका होने के कारण प्रशासन को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. फिलहाल स्थानीय प्रशासन, बीआरओ और सेना मिलकर राहत पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं.
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