राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोट अधिकार यात्रा औरंगाबाद पहुंच चुकी है. सासाराम से शुरू हुई यह यात्रा औरंगाबाद के भीतर जनसैलाब जुटा रही है. लोग उत्साहित होकर सड़क किनारे खड़े हैं और नेताओं का स्वागत कर रहे हैं. न्यूज नेशन के संवाददाता मोहित राज दुबे ने ग्राउंड जीरो से रिपोर्टिंग करते हुए औरंगाबाद का नजारा दिखाया और यहां के स्थानीय मुद्दों को जानने की कोशिश की. तो आइए देखते हैं ये खास रिपोर्ट…
आपको बता दें कि इस यात्रा का मकसद मतदाता सूची से नाम कटने, वोटर अधिकार और चुनावी पारदर्शिता को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाना है. राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने यहां उन लोगों से मुलाकात की जिनका नाम वोटर लिस्ट से काटा गया है या जिन्हें मृत घोषित कर दिया गया है. उन्होंने लोगों से वादा किया कि उनका वोट काटा नहीं जाएगा और लोकतंत्र की रक्षा की जाएगी.
चुनाव आयोग पर सवाल
यात्रा के दौरान नेताओं ने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए. उनका आरोप है कि सीसीटीवी फुटेज समय से पहले नष्ट कर दिए जाते हैं और पारदर्शिता की कमी है. उनका कहना है कि जब हर चौक-चौराहे पर सीसीटीवी है और रेलवे स्टेशन पर लाइव स्ट्रीमिंग होती है, तो मतदान केंद्रों पर पारदर्शिता क्यों नहीं रखी जा सकती.
जनता की राय और मुद्दे
हमने औरंगाबाद की जनता से भी बात की. कई लोगों ने कहा कि सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है. युवाओं को काम नहीं मिल रहा और अफसरशाही हावी है. वहीं किसानों ने बताया कि यहां पानी और सिंचाई की गंभीर समस्या है. नहरें सूखी पड़ी हैं और खेती पूरी तरह बारिश पर निर्भर है. किसानों का कहना है कि जब तक पानी नहीं मिलेगा, तब तक क्षेत्र का विकास असंभव है.
किसानों ने साफ कहा- “किसान खुशहाल होगा तभी देश खुशहाल होगा.” कई लोग चाहते हैं कि उत्तर कोयल नहर की योजना पूरी हो, जिससे खेती को सहारा मिल सके.
युवाओं की अपेक्षाएं
युवाओं ने कहा कि अब नई पीढ़ी को मौका मिलना चाहिए. उनका मानना है कि तेजस्वी यादव युवा नेता हैं और उनमें जोश है. वहीं कांग्रेस समर्थकों ने कहा कि राहुल गांधी बदलाव ला सकते हैं और गरीबों के लिए आवाज उठाते हैं. कुछ ने तो यहां तक कहा कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनना चाहिए.
शराबबंदी और महंगाई पर चर्चा
औरंगाबाद के लोगों ने शराबबंदी पर भी अपनी राय दी. उनका कहना है कि नीति अच्छी थी, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के कारण आज शराब की अवैध बिक्री बढ़ गई है. लोग मानते हैं कि नीतीश सरकार का कदम सही था, लेकिन अब इसका गलत फायदा उठाया जा रहा है.
महंगाई भी एक बड़ा मुद्दा है. लोगों का कहना है कि बिजली का बिल बहुत बढ़ गया है और रोजमर्रा की चीजें महंगी हो गई हैं.
औरंगाबाद का असली रंग
स्थानीय पत्रकारों ने कहा कि यह यात्रा राजनीतिक कार्यक्रम है और सत्ता की लड़ाई का हिस्सा है. लेकिन जनता की उम्मीदें रोजगार, किसान और पानी जैसे मुद्दों से जुड़ी हुई हैं. यहां के लोग विकास चाहते हैं, वे चाहते हैं कि औरंगाबाद पिछड़ेपन से बाहर निकले.
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोट अधिकार यात्रा ने औरंगाबाद में एक राजनीतिक माहौल बना दिया है. जनता उम्मीद कर रही है कि इस आंदोलन से उनकी असली समस्याओं पर ध्यान जाएगा और वोट के अधिकार की रक्षा होगी.
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