जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में आई प्राकृतिक आपदा ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है. भारी बारिश और बादल फटने जैसी स्थिति ने यहां तबाही मचा दी. इस आपदा में अब तक करीब 60 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि कई लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं. राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है, लेकिन मुश्किल भरे हालात की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
सीएम उमर अब्दुल्ला का बयान
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस आपदा पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि, “करीब 60 शव बरामद हो चुके हैं. कई लोग जख्मी हैं और लापता लोगों की सही संख्या का आकलन किया जा रहा है.” उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे राहत और रेस्क्यू का काम आगे बढ़ेगा, आंकड़े और साफ हो जाएंगे.
सीएम ने यह भी कहा कि इस आपदा के पीछे के कारणों की जांच की जाएगी. उन्होंने स्वीकार किया कि मौसम विभाग की ओर से पहले ही चेतावनी जारी की गई थी कि गैर-जरूरी यात्रा और बाहर निकलने से परहेज करें. इसके बावजूद इतनी बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए, जो चिंता का विषय है.
जांच और राहत कार्य पर जोर
सीएम उमर अब्दुल्ला ने स्पष्ट किया कि फिलहाल सरकार का पूरा ध्यान राहत और बचाव कार्य पर है. इसके बाद आपदा के कारणों और लापरवाही की जांच की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.
किश्तवाड़ आपदा ने कई परिवारों को उजाड़ दिया है. पूरे क्षेत्र में शोक और डर का माहौल है. सरकार ने पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है.
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