नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश की कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहली बार दिल्ली पहुंचे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री अरुण जेटली, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से अलग-अलग मुलाकात की। योगी आदित्यनाथ संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे सकते हैं। योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से सांसद हैं।
सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किए गए मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे पर चर्चा की।
इससे पहले सूत्रों ने मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे को लेकर मुख्यमंत्री तथा उपमुख्यमंत्रियों के बीच मतभेद की बात कही थी। सूत्र के अनुसार, इस संबंध में सोमवार को कई दौर की बैठकें हुई थीं। इसके बाद देर रात तक भी कोई फैसला नहीं लिया जा सका।
Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath meets Prime Minister Narendra Modi. pic.twitter.com/hicV4rDnnv
— ANI (@ANI_news) March 21, 2017
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के बीच देर शाम तक मंत्रियों के विभागों को लेकर मंथन चला, जिसमें संगठन मंत्री सुनील बंसल भी शामिल थे।
उत्तर प्रदेश में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद रविवार को उत्तर प्रदेश के 21 वें मुख्यमंत्री के तौर पर योगी आदित्यनाथ ने 48 मंत्रियों के साथ शपथ ली थी।
सोमवार को मुख्यमंत्री ने कार्यभार संभालने के बाद पहले दिन अधिकारियों और मंत्रियों से 15 दिन में अपनी संपत्तियों का ब्योरा देने के लिए कहा।
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योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे 24 घंटे के भीतर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से प्रस्तुत किए गए संकल्पपत्र पर अमल करने की कवायद शुरू करें। लखनऊ के लोक भवन में बुलाई गई बैठक में कैबिनेट की पहली बैठक में जिन-जिन वायदों को लागू करना है, उनके बारे में पूरा ब्योरा और तैयारी का तरीका तैयार करने को कहा गया।
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