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Right to Repair:अब कंज्यूमर्स के आए अच्छे दिन, राइट टू रिपेयर हुआ शुरू, कंपनियों की मनमानी पर लगेगी लगाम

राइट टू रिपेयर कंज्यूमर्स के अधिकारों को और पुख्ता करता है. हालांकि आज भी अधिसंख्य लोगों को राइट टू रिपेयर के बारे में जानकारी नहीं है. जिसके चलते वे भी इसका लाभ नही उठा पाते हैं...

Updated on: 06 Jul 2023, 12:07 PM

highlights

  • हाल ही में राइट टू रिपेयर को पूर्ण रूप से लागू करने की चर्चा
  • फिलहाल सिर्फ राइट टू रिपेयर पोर्टल किया गया शुरू
  • कंपनियों के ढुलमुल रवैये पर लगेगी लगाम 

नई दिल्ली :

Right to Repair: मई माह में राइट टू रिपेयर पोर्टल तो शुरू हो गया है. लेकिन वास्तव राइट टू रिपेयर के तहत मिलने वाले अधिकार अभी कंज्यूमर्स के पास नहीं है. क्योंकि जिस कानून को लेकर काफी दिनों से चर्चा चल रही है. वह अभी तक लागू नहीं किया गया है. हालांकि अब उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर आने वाली है. सूत्रों का दावा है कि कुछ ही दिनों में राइट टू रिपेयर कानून को ज्यादा पावर के साथ लागू किया जाएगा. जिसके बाद कोई भी कंपनी आपका कोई भी इलेक्ट्रिक सामान ठीक करने से मना नहीं कर सकती हैं. यदि ऐसा करती हैं तो आपकी एक शिकायत उसके लिए भारी पड़ सकती है. हालांकि कानून कब से लागू होगा. इसके लिए कोई अधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं हुई है... 

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कंपनियां करती हैं आनाकानी 
आम तौर पर आपने देखा होगा कि कंपनियां मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट, वाहनों के खराब होने पर उनके मरम्मत में ढुलमुल रैवया अपनाती हैं. यही नहीं कल-पुर्जे उपलब्ध नहीं होने का बाहना बनाकर लोगों का गजेट तक ठीक करने से मना कर देती हैं. जिसका नतीजा ये आता है कि संबंधित उपभोक्ता को नया गजेट लेना पड़ता है. लेकिन यदि राइट टू रिपेयर कानून लागू हो जाता है तो कोई भी कंपनी आपके किसी भी गजेट को ठीक करने से मना नहीं कर सकती. हर हाल में उसे टाइम पर आपका प्रोडेक्ट ठीक करके देना होगा.. 

फ्रेमवर्क किया जा रहा तैयार 
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक  'राइट टू रिपेयर' अधिकार को किस तरह लागू किया जाय, इसके लिए समिति पिछले साल ही बनकर तैयार हो गई थी. अब यह समिति उचित स्थान पर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. जिसके बाद राइट टू रिपेयर को डिजाइन किया जाएगा. ताकि सभी कंज्यूमर्स को फायदा मिल सके.. आपको बता दें कि पिछले साल यानि 13 जुलाई 2022 को हुई समिति की पहली बैठक में राइट टू रिपेयर के लिये अहम सेक्टरों की पहचान की गई थी.  जिसमें कृषि उपकरण, मोबाइल फोन,टेबलेट, टीवी, फ्रिज,वाशिंग मशीन जैसे इलेक्ट्रॉनिक आइटम और मोटर-वाहन उपकरणों में सुधार करने तथा उन्हें दुरुस्त करने की बात की गई थी.