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RBI ने बदल दिए IMPS के नियम, करोड़ों ग्राहकों को होगा फायदा

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने कहा है कि पैसे के तत्काल हस्तांतरण के लिए उपयोग किए जाने वाले डिजिटल पेमेंट मोड की बढ़ी हुई सीमा से उपभोक्ताओं के लिए अधिक रकम ट्रांसफर करना सुविधाजनक हो जाएगा.

Updated on: 08 Oct 2021, 11:22 AM

highlights

  • IMPS लेनदेन की सीमा को 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये किया गया
  • डिजिटल पेमेंट मोड की बढ़ी हुई सीमा से अधिक रकम ट्रांसफर करना होगा आसान

नई दिल्ली:

भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए IMPS लेनदेन (IMPS Transaction) की सीमा को 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने कहा है कि पैसे के तत्काल हस्तांतरण के लिए उपयोग किए जाने वाले डिजिटल पेमेंट मोड की बढ़ी हुई सीमा से उपभोक्ताओं के लिए अधिक रकम ट्रांसफर करना सुविधाजनक हो जाएगा. बता दें कि आरबीआई उपभोक्ताओं के लिए डिजिटल ट्रांसफर को आसान बनाने के लिए कदम उठा रहा है.  

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बता दें कि आरबीआई ने 1 अगस्त, 2021 से नेशनल ऑटोमेटेड क्लियरिंग हाउस (एनएसीएच) प्रभावी सभी दिनों के लिए उपलब्ध हो गई है. एनएसीएच एक थोक भुगतान प्रणाली है जिसका उपयोग एक-से-कई क्रेडिट हस्तांतरण जैसे लाभांश, ब्याज, वेतन और पेंशन के भुगतान के लिए किया जाता है.  

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IMPS-National Payment Corporation of India (What Is IMPS) 
आईएमपीएस (तत्काल भुगतान सेवा) आपको अपने बैंक खाते तक पहुंचने और तत्काल और सुरक्षित रूप से फंड ट्रांसफर करने में सहायता करती है. आप सक्रिय इंटरनेट कनेक्टिविटी से युक्‍त लैपटॉप या पीसी पर नेटबैंकिंग का उपयोग करके पैसा भेज सकते हैं. आप अपने बैंक अकाउंट से किसी भी दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं. आईएमपीएस की सुविधा में ग्राहक की ओर से निधि अंतरण (फंड ट्रांसफर) का अनुरोध मिलते ही लाभार्थी खाते में पैसे को तत्काल क्रेडिट कर दिया जाता है. मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग की मदद से इंटर-बैंक लेनदेन की सुविधा मिलती है. आईएमपीएस की सुविधा साल के 365 दिन और 24 घंटे जिसमें छुट्टियां भी शामिल हैं मिलती है.