logo-image

इन सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करने से बचें, खाली हो सकता है बैंक अकाउंट, जानिए बचने के तरीके

कैशलेस ट्रांजैक्शन का (Cashless Transaction) प्रचलन बढ़ने से ऑनलाइन होती सुविधाओं का लाभ हर व्यक्ति उठाना चाहता है. ऐसे में ज़रा भी लापरवाही की कई बार भारी कीमत चुकानी पड़ती है.

Updated on: 14 Feb 2022, 10:26 AM

highlights

  • फर्जी मालवेयर से कंप्यूटर में मौजूद निजी जानकारियों का गलत इस्तेमाल संभव
  • यूजर्स को किसी भी अनजान लिंक या वेबसाइट का प्रयोग करने से बचना चाहिए

 

नई दिल्ली:

डिजिटल युग में जहां एक ओर सभी काम आसान हो गए हैं, वहीं इसके साथ ही साइबर धोखाधड़ी (Cyber Fraud) के मामले भी बढ़ रहे हैं. साइबर अपराधी ताक लगाए बैठे होते हैं कि कब उन्हें मौका मिले और वे व्यक्ति की निजी जानकारी को चुरा कर धोखाधड़ी कर सकें. अपराधी अलग-अलग तरीकों से लोगों को फंसाकर मिनटों में बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं. फर्जी मालवेयर का कंप्यूटर में आते ही ना सिर्फ आपकी निजी जानकारी का गलत उपयोग होता है बल्कि इसके ज़रिए आपके कंप्यूटर कंट्रोल पूरी तरह से इन साइबर अपराधियों को मिल जाता है. ऐसे में आपके लिए यह जरूरी हो जाता है कि इसको लेकर अधिक सतर्कता बरती जाए.

यह भी पढ़ें: ट्रेन हादसा किस वजह से हुआ, अब पता लग जाएगी असली वजह

कोरोना महामारी (Covid-19 Pandemic) के इस दौर ने लोगों को पहले से अधिक डिजिटल कर दिया है. कैशलेस ट्रांजैक्शन का प्रचलन बढ़ने से ऑनलाइन होती सुविधाओं का लाभ हर व्यक्ति उठाना चाहता है. ऐसे में ज़रा भी लापरवाही की कई बार भारी कीमत चुकानी पड़ती है. इसके लिए बेहद जरूरी है कि आप ऑनलाइट साइट पर विजिट करते हुए बेवजह किसी भी लिंक पर क्लिक ना करें.

जानिए क्या है मालवेयर और यह कैसे कंप्यूटर को करता है अटैक
ऐसे किसी सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल किया गया हो जिनके जरिए किसी दूसरे कंप्यूटर सिस्टम पर कंट्रोल मिल जाए और उससे निजी जानकारियों को गलत इस्तेमाल कर लिया जाए, तो उसके पीछे फर्जी मालवेयर ही होते हैं. बता दें कि मालवेयर का कोई एक निश्चित सोर्स नही होता. किसी भी वेबसाइट पर पॉपअप होने वाले विज्ञापन के रूप में एक क्लिक से यह आपके सिस्टम पर इंस्टॉल हो सकता है. मालवेयर का सिस्टम में प्रवेश आपके कंप्यूटर में मौजूद जानकारी को करप्ट भी कर सकता है.

यह भी पढ़ें: Driving Licence रखने की सिरदर्दी से मिलेगी राहत, नहीं कटेगा चालान

मालवेयर से बचने के आसान उपाय

  1. सबसे पहले यूजर को एक फायरवॉल का इस्तेमाल करना होगा
  2. सिस्टम पर फायरवॉल को इंस्टॉल करना होगा
  3. ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग करते हुए पॉप-अप होने वाले किसी भी विन्डो को क्लिक नहीं करना है
  4. किसी भी अनजान लिंक या वेबसाइट का प्रयोग करने से बचना चाहिए
  5. किसी भी सॉफ्टवेयर को बेवजह इंस्टॉल नहीं करना चाहिए
  6. सॉफ्टवेयर को डॉउनलोड करने से पहले उसके सही सोर्स का पता कर लेना चाहिए
  7. हमेशा विश्वसनीय वेबसाइट पर ही अकाउंट संबंधी जानकारियां शेयर करना चाहिए
  8. निजी जानकारियों को बेवजह किसी भी वेबसाइट पर शेयर करने से बचना चाहिए