OYO होटल्स के बारे में हर किसी ने सुना है. OYO के बारे में कौन नहीं जानता. अविवाहित कपल्स के लिए OYO एक वरदान है. OYO में कपल्स निजी समय साथ गुजारते हैं. वे यहां एंजॉय करते हैं. लेकिन नए साल के पहले सप्ताह में ही OYO ने अपनी पॉलिसी में बड़ा बदलाव कर दिया है, जिस वजह से अविवाहित कपल्स दुखी हो गए हैं. OYO ने अपने होटल्स में अविवाहित जोड़ों की एंट्री पर बैन लगा दिया है. यानी अब गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड OYO में निजी वक्त नहीं बिता पाएंगे.
OYO ने सबसे पहले अपनी नई पॉलिसी मेरठ में लागू की है. मेरठ उत्तर प्रदेश का जिला है, जो नोयडा के करीब है. OYO में चेकइन के दौरान कपल्स को अपने वैध प्रमाण पत्र और रिश्ते का प्रमाण देना होगा. पॉलिसी का असर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार की बुकिंग पर होगा. चेकइन करने वाले कपल्स से ये दस्तावेज मांगे ही मांगए जाएंगे. इसके अलावा, OYO ने अपने पार्टनर होटलों को अधिकार दे दिया है कि वे स्थानीय और सामाजिक मान्यताओं के आधार पर जोड़ों की बुकिंग कैंसिल कर सकते हैं.
OYO ने आखिर क्यों लिया ये फैसला
OYO अधिकारियों का कहना है कि स्थानीय समाज और कानून प्रवर्तन एजेंसियों से शिकायतें मिली थीं. OYO नॉर्थ इंडिया के रीजन हेड पावस शर्मा का कहना है कि हम समाज और कानून की संवेदनाओं का सम्मान करते हैं. हम जिम्मेदार और सेफ हॉस्पिटेलिटी की सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
OYO की पॉलिसी से पड़ेगा ये असर
OYO का कहना है कि हमारे इस फैसले से परिवारों, छात्रों, व्यापारियों और धार्मिक यात्रियों को सुरक्षित वातावरण देगा. कंपनी चाहती है कि ग्राहक लंबे वक्त तक ठहरने और बार-बार बुकिंग के लिए OYO पर भरोसा कर सकता है.
अगर मेरठ में ये पॉलिसी सफल हो जाती है तो इसे अन्य शहरों में भी लागू किया जा सकता है. OYO के इस फैसले ने समाज में नई चर्चा शुरू कर दी है. कुछ लोग इसे सकारात्मक मान रहे हैं तो कोई से व्यक्तिगत स्वतंत्रता में हस्तक्षेप कह रहा है.