TRAI और DoT का बड़ा फैसला, अब अनजान कॉल पर दिखेगा कॉलर का असली नाम

अब अनजान नंबर से कॉल आने पर मोबाइल स्क्रीन पर कॉलर का असली नाम भी दिखाई देगा. TRAI और DoT ने फ्रॉड कॉल और डिजिटल स्कैम रोकने के लिए Calling Name Presentation (CNAP) सर्विस लागू करने का फैसला किया है.

अब अनजान नंबर से कॉल आने पर मोबाइल स्क्रीन पर कॉलर का असली नाम भी दिखाई देगा. TRAI और DoT ने फ्रॉड कॉल और डिजिटल स्कैम रोकने के लिए Calling Name Presentation (CNAP) सर्विस लागू करने का फैसला किया है.

author-image
Deepak Kumar
New Update
Mobile Caller

Mobile Phone Photograph: (Social Media)

अगर आप बार-बार आने वाले अनजान कॉल या स्कैम कॉल से परेशान हैं, तो आपके लिए राहत भरी खबर है. अब मोबाइल पर किसी अनजान नंबर से कॉल आने पर केवल नंबर ही नहीं, बल्कि कॉल करने वाले व्यक्ति का असली नाम भी स्क्रीन पर दिखाई देगा. यह सुविधा जल्द ही पूरे देश में शुरू होने जा रही है.

Advertisment

क्या है CNAP सर्विस और कैसे करेगी काम?

टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) और डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस (DoT) ने मिलकर इस नई सुविधा Calling Name Presentation (CNAP) को लागू करने का निर्णय लिया है. जब किसी यूजर के मोबाइल पर कॉल आएगी, तो स्क्रीन पर नंबर के साथ कॉल करने वाले का नाम भी दिखेगा. यह नाम टेलीकॉम कंपनियों के पास मौजूद KYC डेटा से लिया जाएगा.

यह सर्विस सभी यूजर्स के लिए डिफॉल्ट रूप से चालू रहेगी, यानी इसे एक्टिव करने की जरूरत नहीं होगी. हालांकि, अगर कोई व्यक्ति नहीं चाहता कि यह फीचर उसके लिए काम करे, तो वह इसे डिएक्टिवेट भी करा सकता है.

TRAI और DoT में कैसे बनी सहमति

फरवरी 2024 में TRAI ने सुझाव दिया था कि यह सुविधा केवल उन्हीं यूजर्स को मिले जो खुद इसकी मांग करें. लेकिन DoT का मानना था कि इसे सभी के लिए उपलब्ध कराया जाए. अंततः दोनों एजेंसियों में सहमति बनी और अब CNAP सर्विस को पूरे देश में शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है. आपको बता दें कि मुंबई और हरियाणा सर्किल में इसका सफल ट्रायल पहले ही किया जा चुका है.

क्यों जरूरी है यह सुविधा?

देश में बढ़ते फ्रॉड कॉल, डिजिटल अरेस्ट और साइबर अपराधों को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है. कॉल रिसीव करने से पहले ही कॉलर की पहचान दिखने से यूजर्स स्कैम कॉल्स को आसानी से पहचान सकेंगे और बैंकिंग फ्रॉड या झूठे ऑफर्स से बच पाएंगे.

60 दिन तक चलेगा पायलट प्रोजेक्ट

सरकार ने ऑपरेटर कंपनियों को अगले सात दिनों में पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने का निर्देश दिया है, जो लगभग 60 दिन तक चलेगा. इस दौरान कंपनियां हर हफ्ते रिपोर्ट देंगी ताकि तकनीकी समस्याओं को दूर किया जा सके. सफल ट्रायल के बाद इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा.

यह सुविधा फिलहाल 4G और 5G नेटवर्क पर उपलब्ध होगी, जबकि 2G और 3G नेटवर्क पर तकनीकी सीमाओं के कारण यह फीचर नहीं चलेगा. इससे यूजर्स को फर्जी कॉल और डिजिटल धोखाधड़ी से काफी हद तक सुरक्षा मिलेगी.

यह भी पढ़ें- 8th Pay Commission: 8वें वेतन आयोग के तहत सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में कितना होगा इजाफा? यहां जानिए

यह भी पढ़ें- Aadhaar Update 2025: UIDAI ने आधार कार्ड अपडेट नियमों में किया बड़ा बदलाव, 1 नवंबर से होगा लागू

trai caller identity name TRAI News TRAI Latest News trai new rules Utilities news Utilities news in Hindi
Advertisment