युवाओं के बीच नशा बढ़ता जा रहा है. ये चिंता का विषय है. इसी के साथ समाज में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना भी एक बड़ी चुनौती है. इसके लिए सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है, जिससे नशे के सौदागरों की कमर टूटने वाली है. क्योंकि कमिश्नर-एसपी अब हर महीने एक रात अपने जिले के किसी गाव में गुजारेंगे. वे इस दौरान ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनेंगे साथ भी उन्हें उनकी समस्याओं का समाधान भी सुनिश्चित करना होगा. अधिकारी इससे बच नहीं सकते क्योंकि अधिकारियों को हर माह अपने प्रवास की रिपोर्ट मुख्य सचिव के दफ्तर भेजनी होगी. यह बड़ा फैसला हरियाणा सरकार ने लिया है.
ग्रामीणों की सहभागिता को भी बढ़ाना है
हरियाणा सरकार ने डिप्टी कमिश्नर और पुलिस अधीक्षक के गांव प्रवास का कारण प्रदेश में बढ़ते नशे को मुख्य कारण बताया. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आदेश दिया कि रात्रि प्रवास का उद्देश्य कानून व्यवस्था को बनाए रखना, नशे के दुरुपयोग को कम करना और इस काम में ग्रामीणों की सहभागिता को बढ़ाना है.
नशे की कमर तोड़ने के लिए तैयार सरकार
सरकार के अनुसार, अपने रात्रि प्रवास के दौरान अधिकारियों को ग्रामीणों से बात भी करनी होगी. उनकी समस्याओं को सुनना होगा और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से हल करना होगा. सरकार के इस फैसले से एक बात तो साबित हो गई है कि सरकार गांव-गांव में घुसकर नशे की कमर तोड़ना चाहती है. सरकार अपराध के ग्राफ को खत्म करने के लिए भी प्रतिबद्ध है.
आदेशों का सख्ती से पालन करने का निर्देश
बता दें, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कुछ दिन पहले ही अधिकारियों को रात्रि प्रवास करने के निर्देश दिए थे. अब राज्य सरकार ने सभी जिलों के डीसी और एसपी को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे इन आदेशों का सख्ती से पालन करें. प्रदेश में नशे के खिलाफ बड़े स्तर पर युद्ध शुरू करने और सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए ये आदेश सरकार के प्रयासों का हिस्सा है.