logo-image

TMC MP मिमी चक्रवर्ती के साथ धोखा, फेक वैक्सीनेशन कैंप में लगवा दिया टीका

पश्चिम बंगाल के सत्ताधारी दल टीएमसी की सांसद मिमी चक्रवर्ती ने दावा किया है कि उन्होंने कोलकाता में एक फर्जी कोरोना वैक्सीनेशन अभियान का भंडाफोड़ किया है

Updated on: 23 Jun 2021, 05:58 PM

highlights

  • TMC की सांसद मिमी चक्रवर्ती (TMC MP Mimi Chakraborty) ने किया दावा 
  • उन्होंने कोलकाता में एक फर्जी कोरोना वैक्सीनेशन अभियान का भंडाफोड़ किया
  • लोगों को वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित करने के लिए शिविर में कोविशील्ड वैक्सीन लिया

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल के सत्ताधारी दल TMC की सांसद मिमी चक्रवर्ती (TMC MP Mimi Chakraborty) ने दावा किया है कि उन्होंने कोलकाता में एक फर्जी कोरोना वैक्सीनेशन अभियान ( Fake COVID vaccination )का भंडाफोड़ किया है.  उन्होंने कहा कि "मुझसे एक ऐसे व्यक्ति ने संपर्क किया जिसने अपना परिचय एक आईएएस अधिकारी के रूप में दिया और कहा कि वह ट्रांसजेंडर और विशेष रूप से विकलांग व्यक्तियों के लिए एक विशेष अभियान चला रहा है. उसने इस अभियान में मेरी उपस्थिति के लिए अनुरोध किया," मिमी चक्रवर्ती ने कहा कि इस दौरान मैंने लोगों को वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित करने के लिए शिविर में कोविशील्ड वैक्सीन लिया. लेकिन मुझे CoWIN से कोई पुष्टिकरण संदेश कभी नहीं मिला. तब मैंने कोलकाता पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.

यह भी पढ़ें: अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को NCB ने किया गिरफ्तार

यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र: मुंबई मंत्रालय को बम से उड़ाने की धमकी देने के आरोप में एक गिरफ्तार

CoWIN से कोई पुष्टिकरण संदेश कभी नहीं मिला

मिमी ने कहा कि वह शख्स नीली बत्ती और नकली स्टिकर वाली कार का उपयोग कर रहा था. मिमी चक्रवर्ती एक भारतीय अभिनेत्री एवं राजनीतिज्ञ हैं. वे वर्तमान में पश्चिम बंगाल के जाधवपुर से लोक सभा सांसद हैं. आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में कोरोना के दैनिक मामले 2,000 से नीचे आ गए हैं, लेकिन राज्य सरकार इसमें कोई कसर नहीं छोड़ रही है और कोरोना वायरस की तीसरी लहर को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है, जो अगले दो महीने में देश में दस्तक दे सकती है. समिति की बुधवार को पहली आधिकारिक बैठक होगी, जो बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए रणनीति तैयार करेगी और उपचार प्रक्रिया भी निर्धारित करेगी ताकि बीमारी को शुरू से ही नियंत्रित किया जा सके.