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अभिषेक बोले, रिश्वत लेते कैमरे में कैद होने की बात पर आंखें मूंद लेते हैं ED और CBI

अभिषेक बनर्जी लोकसभा में डायमंड हार्बर सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव हैं.

Updated on: 05 Sep 2021, 11:57 PM

highlights

  • अभिषेक बनर्जी सोमवार को दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होंगे
  • अभिषेक बनर्जी लोकसभा सदस्य और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव  हैं
  • ममता बनर्जी के भतीजे हैं अभिषेक बनर्जी

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और डायमंड हार्बर से लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा है कि केंद्रीय जांच एजेंसियों का राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा है. अभिषेक बनर्जी सोमवार को दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होना है. ईडी ने अभिषेक को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में तलब किया है. इससे पहले उनकी पत्नी को भी एजेंसी की तरफ से बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने कोरोना महामारी का हवाला देते हुए अपने घर पर पूछताछ करने का अनुरोध किया था. अभिषेक बनर्जी लोकसभा में डायमंड हार्बर सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं.

अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट कर बताया कि वह सोमवार को दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होंगे है. ईडी ने अभिषेक और उनकी पत्नी को पेश होने के लिए नोडिस जारी किया था.

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प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने के पहले अभिषेक बनर्जी ने भाजपा और जांच एजेंसियों पर करारा प्रहार किया है. अभिषेक ने ईडी और सीबीआई पर पक्षपात का आरोप लगाया है. टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि, "मैं भाजपा नेताओं से आग्रह करता हूं कि मेरे साथ 5 मिनट बैठें. अगर मैं उन्हें बेनकाब नहीं कर पाया, तो मैं फिर से राजनीतिक क्षेत्र में कदम नहीं रखूंगा. रिश्वत लेते कैमरे में कैद होने की बात आती है तो ईडी और सीबीआई आंखें मूंद लेते हैं."

उन्होंने कहा कि भाजपा टीएमसी के साथ राजनीतिक रूप से नहीं लड़ सकती, इसलिए अब वे प्रतिशोध की राजनीति में आ गए हैं. वे अपने राजनीतिक हितों को आगे बढ़ाने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहे हैं. 

अभिषेक ने कहा कि मैं किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हूं. अगर वे मेरे खिलाफ सबूत पेश कर सकते हैं, तो मेरे खिलाफ ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करने की कोई जरूरत नहीं है. मैं फांसी के लिए भी तैयार हूं. वे जनता के सामने कोई सबूत क्यों नहीं ला रहे हैं? 

बंगाल विधान सभा चुनाव के समय से ही टीएमसी और भाजपा के बीच राजनीतिक जंग जारी है. विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के बाद  केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगना तेज हो गया है.