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उत्तराखंड: ITBP के जवान 15 घंटे तक स्ट्रेचर पर महिला को लेकर पैदल चले

भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) जवानों के एक दल ने उत्तराखंड में दूरदराज के सीमावर्ती पहाड़ी इलाके में घायल हुई एक महिला को 15 घंटे तक कंधे पर उठाकर मुख्य सड़क तक पहुंचाया.

Updated on: 24 Aug 2020, 04:41 PM

दिल्ली:

भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP ) जवानों के एक दल ने उत्तराखंड में दूरदराज के सीमावर्ती पहाड़ी इलाके में घायल हुई एक महिला को 15 घंटे तक कंधे पर उठाकर मुख्य सड़क तक पहुंचाया. बल के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि पिथौरागढ़ के मुनस्यारी कस्बे के नजदीक लाप्सा गांव में शनिवार को एक महिला को चारपाई पर लिटाकर पहाड़ी, ऊबड़-खाबड़ एवं भूस्खलन की आशंका वाले रास्तों को पार करते हुए 15 घंटे में अस्पताल पहुंचाया गया.

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आईटीबीपी के प्रवक्ता ने बताया कि 20 अगस्त को पहाड़ी से गिरने की वजह से महिला का पैर टूट गया था, दो दिन तक खराब मौसम होने की वजह से हेलिकॉप्टर के जरिये उसका बचाव नहीं हो पा रहा था. उन्होंने बताया कि महिला की हालत लगातार खराब हो रही थी, इसके बाद आईटीबीपी को इसकी सूचना मिली.

प्रवक्ता ने बताया कि भारत-चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थित मिलम सीमा चौकी पर तैनात 14वीं बटालियन के जवानों ने चौकी से 22 किलोमीटर दूर महिला के गांव पैदल जाकर उसका बचाव किया.

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प्रवक्ता ने बताया, ‘‘आईटीबीपी के 25 जवानों ने महिला को स्ट्रेचर पर लेकर 15 घंटे में बरसाती नाले, भूस्खलन संभावित इलाकों, फिसलन वाली ढलान को पार करते हुए करीब 40 किलोमीटर दूर मुख्य सड़क तक पहुंचाया. अधिकारी ने कहा, ‘‘ महिला को इसके बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर है.’’ भाषा धीरज प्रशांत प्रशांत