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महिलाओं के रोजगार संकट पर कर्नल कोठियाल का बयान- लड़ी जाएगी बहनों के रोजगार की लड़ाई

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कर्नल अजय कोठियाल ने बयान जारी करते हुए टेक होम राशन स्कीम पर जारी किए गए टेंडर को लेकर राज्य सरकार पर सवाल खड़ा किया है

Updated on: 14 Aug 2021, 06:41 PM

नई दिल्ली:

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कर्नल अजय कोठियाल ने बयान जारी करते हुए टेक होम राशन स्कीम पर जारी किए गए टेंडर को लेकर राज्य सरकार पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा मेरे उत्तराखंड में सरकार मेरी बहनों से उनका रोजगार छीन रही है, इससे ज्यादा पीड़ा देने वाली बात और क्या हो सकती है. टेक होम राशन स्कीम जिससे हमारी गढ़वाल और कुमाऊं की बहनों को रोजगार मिल रहा था अब उसे भाजपा सरकार निजी हाथों में बेच रही है. क्या इसी दिन के लिए हमारे शहीदों ने कुर्बानियां दी थी? क्या इसी दिन के लिए राज्य आंदोलन में हमारी माताओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया था? क्या हमने अपने लिए अलग राज्य सिर्फ इसलिए बनाया था ताकि हम अपने राज्य को पूंजीपतियों को सौंप दें?

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रक्षाबंधन आने वाला है। रक्षाबंधन पर जिस तरह हर भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन देता है उसी तरहआज हम टेक होम राशन योजना से जुड़ी उत्तराखंड की सभी बहनों को वचन देते हैं आपके अधिकार की रक्षा के लिए हर तरह का संघर्ष करेंगे. हमारे रहते हुए कोई इस तरह हमारी बहनों का रोजगार नहीं छीन सकता. इसके अलावा कर्नल अजय कोठियाल ने कहा, हम अपनी बहनों को वचन देते हैं कि बस 6 महीने का इंतजार कीजिये, आपका भाई आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही न केवल टेक होम राशन योजना का काम अपनी बहनों को सौंपेगा, बल्कि जनहित से जुड़ी सभी योजनाओं में अपनी बहनों की भागेदारी सुनिश्चित करेगा.

उन्होंने कहा कि, देश में राखी का त्योहार आने को है, और बहनों को तोहफा देने के बजाय उत्तराखंड की महिला विरोधी सरकार इस टेक होम राशन स्कीम का ठेकेदारी करण कर तकरीबन 40 हजार महिलाओं का रोजगार छीनने का काम करने जा रही है,जो बहुत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है. इस स्कीम के तहत आंगबाडी केन्द्रां में पोषण युक्त राशन शिशु और पात्रों के लिए बांटा जाता था , लेकिन अब राज्य सरकार इस आहार को लैब से टेस्ट करवाकर वितरण प्रणाली अनिवार्य कर रही है ,जिसके लिए टेंडर आमंत्रित किए हैं और इससे कई समूहों में काम कर रहे महिलाओं का रोजगार छिनना तय है .

कर्नल कोठियाल ने बताया कि, धामी सरकार ‘टेक होम राशन स्कीम’ का काम निजी हाथों में सौंपने जा रही है, इससे स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी करीब 40 हजार महिलाओं के बेरोजगार होने का खतरा है, जिसके विरोध में दो महिलाओं ने हाल ही में तीलू रौतेली पुरस्कार सरकार को वापस भी कर दिया है. उन्होंने कहा कि, बीजेपी सरकार भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबी सरकार है ,जो सिर्फ कमीशनखोरी को बढावा देती है और इसी का नतीजा है कि, राज्य सरकार अपने चहेतों को यह टेंडर देने जा रही है ,जो लगभग साढ़े पांच सौ करोड़ रुपए की लागत का है.

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इसके अलावा कर्नल कोठियाल ने कहा कि, बीजेपी महिला सशक्तिकरण की बात करती है लेकिन वो सिर्फ एक दिखावा है ,दरअसल बीजेपी महिला विरोधी सरकार है और इस स्कीम को निजी हाथों में देना इसका सबसे बडा प्रमाण है. उन्होंने कहा कि इस राज्य के सृजन में यहां की मातृशक्ति का बहुत बडा योगदान है ,और किसी भी कीमत पर महिलाओं के बलिदान को नहीं भुलाया जा सकता है. इस टेंडर के जारी होने से कई महिलाओं के आगे रोजी रोटी का संकट पैदा हो जाएगा और इसकी जिम्मेदार राज्य सरकार स्वयं होगी. कर्नल कोठियाल ने कहा कि ,पूरी आम आदमी पार्टी स्वंय सहायता समूह से जुडी हर महिला के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खडी है और इस टेंडर को निरस्त करने की मांग करती है.