उत्तराखंड का केदारनाथ धाम दुनिया भर में अपनी आस्था के लिए प्रसिद्ध है. देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु हर साल मंदिर आते हैं और बाबा केदार के दर्शन करके अपनी मन्नत मांगते हैं. श्रद्धालुओं का कहना है कि बाबा केदार से उन्होंने आजतक जो भी मांगा है, वह जरूर पूरा हुआ है. इस बीच, केदारनाथ धाम से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है.
क्या बोलीं विधायक नौटियाल
दरअसल, जानकारी मिली है कि केदारनाथ में गैर-हिंदुओ के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की योजना बनाई जा रही है. स्थानीय विधायक आशा नौटियाल ने खुद ये जानकारी दी है. उनका कहना है कि कुछ गैर हिंदू तत्व केदारनाथ धाम की पवित्रता को भंग करने का प्रयास कर रहे हैं. इस वजह से उनको रोकने की जरूरत लग रही है. विधायक का कहना है कि कुछ गैर हिंदू लोग धाम में मांस, मछली और शराब परोस रहे हैं. मंदिर की पवित्रता इससे प्रभावित हो रही है. उन्होंने कहा कि हम अब ऐसे ही लोगों को चिन्हित कर रहे हैं और उन पर प्रतिबंध लगाएंगे, जिससे तीर्थ की पवित्रता बरकरार रहे. विधायक का कहना है कि केदरानाथ धाम की पवित्रता को बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है.
मामले में हुई बैठक
विधायक ने बताया कि जिले के प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने मामले में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की थी. बैठक में गैर हिंदुओं द्वारा केदारनाथ धाम को बदनाम करने का मुद्दा प्रमुख रूप से चर्चा का विषय रहा. बैठक में ही सुझाव दिया गया कि ऐसे व्यक्ति की पहचान की जाए और उनके प्रवेश पर रोक लगाई जाए.
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विपक्षी पार्टियां-मानवाधिकार संगठनों ने उठाए सवाल
केदारनाथ धाम के आसपास रहने वाले लोगों को हिंदू संगठनों का कहना है कि यहां की धार्मिक परंपरा का पालन करना सख्ती से जरूरी है. कई संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले हर एक व्यक्ति के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाए. हांलांकि, कुछ मानवाधिकार संगठनों और विपक्षी पार्टियों ने इस योजना की आलोचना की है. वहीं, विधायक नौटियाल के बयान के बाद से अब तक राज्य सरकार और प्रशासन की ओर से कोई भी आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
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