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CO के सीने पर सटाकर गोली मारी, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कुल्हाड़ी से वार का भी खुलासा

विकास दुबे के इस मामले में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. ताजा खुलासा जवानों के शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद हुआ है जिसमें इस बात का दावा किया गया है कि बिकरू गांव एनकाउंटर में हमलावरों ने पुलिस टीम पर तमंचों के साथ एके-47 से भी गोलियां बर

Updated on: 05 Jul 2020, 05:49 PM

नई दिल्‍ली:

कानपुर विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे गए पुलिस कर्मियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है. इस रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासे सामने आ रहे हैं. कानपुर के बिकरू गांव में यूपी पुलिस ने विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की इस दौरान विकास दुबे के गुर्गों से पुलिस की हुई मुठभेड़ हो गई, इस मुठभेड़ में पुलिस टीम के 8 जवान शहीद हो गए. इसके बाद यूपी पुलिस ने विकास दुबे की खोज तेज कर दी है. विकास दुबे के इस मामले में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. ताजा खुलासा जवानों के शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद हुआ है जिसमें इस बात का दावा किया गया है कि बिकरू गांव एनकाउंटर में हमलावरों ने पुलिस टीम पर तमंचों के साथ एके-47 से भी गोलियां बरसाई थीं.

शहीद जवानों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद और भी नए खुलासे सामने आए हैं. रीजेंसी अस्पताल में एक्सरे से पहले शहीद सिपाही जितेंद्र पाल के शरीर से एके-47 की एक गोली बरामद हुई है. इतना ही नहीं बल्कि, पोस्टमार्टम के बाद ये भी मालूम हुआ है कि पुलिस के चार जवानों के शरीर से गोलियां आर-पार निकल गईं थीं. वहीं अन्य चार जवानों के शरीर से 312 बोर और 315 बोर के कारतूस बरामद हुए हैं. इस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सबसे अहम खुलासा तो सीओ देवेंद्र मिश्रा को लेकर हुआ जिसमें पता चला है कि उनके सीने और चेहरे से सटाकर गोलियां मारी गई हैं. गोलियां नजदीक से मारे जाने की वजह से उनके दिमाग और गर्दन के चीथड़े उड़ गए थे.उनके पैर और कमर पर कुल्हाड़ी से वार के निशान थे.

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एसआई अनूप कुमार को मारी गईं थीं 7 गोलियां
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ कि एसआई अनूप को इस एनकाउंटर के दौरान सबसे ज्यादा 7 गोलियां मारी गईं. पुलिस के मुताबिक एनकाउंटर के दौरान सिपाही जितेंद्र पाल के हाथ, पैर, कमर और सीने में कुल 5 गोलियां मारी गई थीं इनमें से दो गोलियां जितेंद्र के शरीर को आर-पार निकल गई थीं. चौकी प्रभारी अनूप सिंह को सात गोलियां मारी गई थीं. उनके सीने, पैर और बगल में गोली लगी थी. थाना प्रभारी महेश के चेहरे, पीठ और सीने पर पांच गोली और दारोगा नेबूलाल के चार गोलियां लगी थीं. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद इस बात का पूरा खुलासा हुआ था कि किसको कितनी गोलियां लगी हैं वहीं सीओ देवेंद्र मिश्रा, सिपाही बबलू, सुल्तान, और राहुल के शरीर से बुलेट्स बरामद नहीं हुई हैं.

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एनकाउंटर के दौरान बदमाशों ने लूट लिए थे पुलिस के हथियार
विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस के साथ बदमाशों की मुठभेड़ के दौरान बदमाशों ने पुलिस के हथियार भी लूट लिए थे. इस बात का खुलासा एक पुलिस ने खुद किया, पुलिस ने बताया कि हमले के दौरान सिपाहियों की रायफल, एसओ और चौकी इंचार्ज की पिस्टल बदमाशों ने लूट ली. हमलावरों ने सिपाही सुल्तान और बबलू के शहीद होने के बाद मौके पर पड़ी उनकी रायफलें और थाना प्रभारी महेश यादव व दारोगा अनूप की पिस्टलें लूट लीं. पुलिस ने बताया कि एनकाउंटर के दौरान ये जवान इन्हीं हथियारों बदमाशों के साथ मोर्चा संभाले हुए थे. हमलावरों ने पुलिस की एक एके 47, एक इंसास रायफल व दो पिस्टलें भी लूट लीं. हमलावरों ने पुलिस के लूटे गए हथियारों से भी पुलिस टीम पर गोलियां बरसाईं थीं.