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विधान परिषद चुनावः अखिलेश यादव की विधायकों के साथ बैठक, 13 और 14 को लखनऊ में रहने के निर्देश

समाजवादी पार्टी ने अपने सभी विधायकों को 13 व 14 जनवरी को लखनऊ में रहने के निर्देश दिए हैं. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रदेश कार्यालय में विधायकों के साथ बैठक करेंगे.

Updated on: 13 Jan 2021, 11:26 AM

लखनऊ:

समाजवादी पार्टी ने अपने सभी विधायकों को 13 व 14 जनवरी को लखनऊ में रहने के निर्देश दिए हैं. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रदेश कार्यालय में विधायकों के साथ बैठक करेंगे. विधान परिषद की 12 सीटों पर हो रहे चुनाव के लिए यह बैठक अहम मानी जा रही है. इसमें एमएलसी चुनाव पर चर्चा की जाएगी. साथ ही सपा प्रत्याशी के प्रस्तावक कौन-कौन से विधायक होंगे यह भी तय किया जाएगा. प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने विधायकों को लखनऊ आने के लिए पत्र भेज दिया है.

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भारत निर्वाचन आयोग ने पिछले बुधवार को विधान परिषद की 12 सीटों पर चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. इसकी अधिसूचना 11 जनवरी को जारी हो चुकी है. इसी के साथ नामांकन पत्र खरीद भी शुरू हो गई है. हालांकि अभी तक किसी उम्मीदवार ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया है. मतदान 28 जनवरी को होगा. इसी दिन शाम को मतगणना होगी. विधान परिषद की 12 सीटें 30 जनवरी को रिक्त हो रही हैं। इनमें सपा की छह, बसपा व भाजपा की तीन-तीन सीटें शामिल हैं.

विधानसभा उपचुनाव और यूपी विधान परिषद के शिक्षक और स्नातक सीटों में मिली जीत से लबरेज भाजपा अब एक बार रिक्त पड़ी विधानपरिषद की 12 सीटों पर अपना परचम लहराने को तैयार है. इस चुनाव के लिए अन्य दलों के मुकाबले ज्यादा उत्साहित दिख रही भाजपा मकर संक्रांति के दिन अपने प्रत्याशियों के नामों का एलान करेगी. प्रत्याशियों के नाम लगभग फाइनल हो चुके हैं, बस केन्द्र से हरी झंडी मिलने का इंतजार है.

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हाईकमान के पास पहुंच चुकी है प्रत्याशियों की सूची
विधानपरिषद के लिए इन दिनों भाजपा के कई नेता और पूर्व विधायक समेत मीडिया पैनल के सदस्य बडे़ नेताओं के चक्कर लगा रहे हैं। हांलाकि प्रत्याशियों की सूची हाईकमान के पास पहुंच चुकी है पर भाजपा अंतिम समय भी कई बार अपनी रणनीति में बदलाव करती आई है। कई बार ऐसा भी हुआ है कि नामांकन तिथि के एक दिन पूर्व ही वह अपने प्रत्याषियों के नामों का एलान करती रही है।

बीजेपी की दस सीटों पर जीत तय 
विधायकों की संख्या व मतदान प्रक्रिया के आधार पर उच्च सदन में भारतीय जनता पार्टी 10 और समाजवादी पार्टी एक सीट जीत सकती है. ऐसे में बचे विधायकों को लेकर भाजपा सहयोगी दल की मदद से 11वें प्रत्याशी पर दांव खेल सकती है. अब सबकी निगाहें 12वें नाम पर है. इसके साथ ही जोड़तोड़ की राजनीति के बूते समाजवादी पार्टी अपना दूसरा उम्मीदवार जिता सकती है. राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि भाजपा विपक्ष का समीकरण बिगाड़ने के लिए अपना 11वां प्रत्याशी भी उतार सकती है और ऐसे में अगर बसपा ने भी अपना उम्मीदवार उतारा तो 12वीं सीट की लड़ाई दिलचस्प हो सकती है.