logo-image

विकास दुबे को रेड की कथित सूचना देने वाला एसओ सस्पेंड, STF की जांच में निकला घर का भेदी

पुलिस-बदमाश मुठभेड़ मामले में एसओ चौबेपुर विनय तिवारी को संस्पेंड कर दिया गया है. एसओ विनय पर सूचना लीक करने का गंभीर आरोप है. विनय तिवारी से एसटीएफ ने पूछताछ की थी.

Updated on: 05 Jul 2020, 12:33 PM

कानपुर:

पुलिस-बदमाश मुठभेड़ मामले में एसओ चौबेपुर विनय तिवारी को सस्पेंड (Vinay tiwari suspend) कर दिया गया है. एसओ विनय पर सूचना लीक करने का गंभीर आरोप है. विनय तिवारी से एसटीएफ (STF) ने पूछताछ की थी. भूमिका संदिग्ध पायी गयी थी. बताया जा रहा है कि विनय ने विकास दुबे को पुलिस रेड की पहली ही सूचना दे दी. जिसके चलते विकास सतर्क हो गया और उसके गुर्गे ने 8 पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया. मुख्य आरोपी विकास दुबे अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. पुलिस ने शुक्रवार रात से लगातार छापेमारी कर रही है. पुलिस को कई अहम सुराग भी मिले हैं. साथ ही कई गुत्थी को सुलझा भी लिया है. सबके जहन में एक ही सवाल जिसका उत्तर अब आ गया है. आखिर किसने दी थी विकास दुबे को पुलिस रेड की सूचना. एसटीएफ की जांच में पता चला है कि विनय तिवारी ने पहले ही विकास दुबे को पुलिस के आने की सूचना दे दी थी. 

यह भी पढ़ें- कानपुर एनकाउंटर: विकास दुबे की कॉल डिटेल में कई पुलिसवालों के नंबर, एक दरोगा ने दी थी पुलिस के आने की जानकारी

पुलिसकर्मियों के सिर, चेहरे, हाथ, पैर, सीने और पेट में लगी थीं गोलियां 

वहीं दूसरी तरफ कानपुर एनकाउंटर (Kanpur Encounter) के मामले में पुलिसकर्मियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है. पुलिसकर्मियों (UP Police) के सिर, चेहरे, हाथ, पैर, सीने और पेट में गोलियां लगी थीं. कानपुर एनकाउंटर में शहीद हुए पुलिसकर्मियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक सिपाही सुल्तान को दो गोलियां मारी गईं. अन्य पुलिसकर्मियों को आठ से दस गोलियां मारी गईं, जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई. पोस्टमार्टम के दौरान डॉक्टर शरीर पर गोलियों के निशान देखकर दंग रह गए. पुलिसकर्मियों के सिर, चेहरे, हाथ, पैर, सीने और पेट में गोलियां लगीं. सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र के चेहरे पर एक गोली लगने से वाइटल ऑर्गन बाहर आ गया और उन्होंने तुरंत दम तोड़ दिया.

यह भी पढ़ें- Kanpur Encounter Live: पुलिस ने जेसीबी से गिराया मुख्य आरोपी विकास दुबे का घर

ज्यादातर गोलियां शरीर के पार हो गईं

डॉक्टरों के अनुसार, यही हाल अन्य पुलिसकर्मियों का भी हुआ होगा. ज्यादातर गोलियां शरीर के पार हो गईं. तीन पुलिसकर्मियों के शरीर में गोलियों के टुकड़े जरूर मिले जो हड्डियों से टकराने से कई टुकड़ों में बंट गए. गोलियां रायफल की बताई जा रही हैं. पोस्टमार्टम के दौरान मिले गोलियों के टुकड़ों को परीक्षण के लिए भेजा जाएगा. सीएमओ डॉ. अशोक कुमार शुक्ला के निर्देश पर चार डिप्टी सीएमओ, आठ डॉक्टरों व तीन वीडियोग्राफर की टीम शहीद पुलिसकर्मियों के पोस्टमार्टम में रही. इनमें डिप्टी सीएमओ डॉ. एपी मिश्र, डॉ. एसके सिंह, डॉ. अवधेश गुप्ता, डॉ. अरविंद यादव के निर्देशन में डॉ. विपुल चतुर्वेदी, डॉ. बीसी पाल, डॉ. परवीन सक्सेना, डॉ. राहुल कुमार वर्मा, डॉ. जीएन द्विवेदी, डॉ. शैलेंद्र कुमार और डॉ. धीरेंद्र कुमार ने पोस्टमार्टम किया. इस दौरान वीडियोग्राफी भी की गई.