शोभन सरकार नहीं रहे, कभी 1000 टन सोने के भंडार की भविष्यवाणी की थी, हजारों की तादात में पहुंच रहे भक्त
कानपुर देहात से बड़ी खबर आ रही है. शोभन सरकार नहीं रहे. हजारों की तादात में भक्त शोभन मंदिर पहुंच रहे हैं. शोभन महाराज की लंबी बीमारी के चलते असमय मृत्यु हो गई.
कानपुर:
कानपुर (Kanpur) देहात से बड़ी खबर आ रही है. शोभन सरकार नहीं रहे. हजारों की तादात में भक्त शोभन मंदिर (Shobhan Mandir) पहुंच रहे हैं. शोभन महाराज की लंबी बीमारी के चलते असमय मृत्यु हो गई. शोभन मंदिर में हजारों भक्तों की भीड़ लगी है. हर कोई शोभन सरकार के अंतिम दर्शन करना चाहता है. भक्तों की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट पर हैं. शोभन आश्रम को छवानी में तब्दील किया गया है. शिवली थाना क्षेत्र के बैरी गांव में आश्रम है. बाबा ने अंतिम सांस अपने आश्रम में ली.
यह भी पढ़ें- केशव प्रसाद मौर्य बोले- 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा 21वीं सदी भारत की सदी होने का ऐलान
1000 टन सोने के भंडार की भविष्यवाणी की थी
बता दें कि सात साल पहले उन्नाव के डौंडियाखेड़ा गांव में 1000 टन सोने के भंडार की भविष्यवाणी की थी. स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों ने महल पर कब्जा कर राजा राव रामबख्श को फांसी दे दी थी. उन्होंने प्रदेश सरकार को जानकारी दी थी इस महल के भूगर्भ में हजारों टन सोना दबा है. इसके बाद एएसआई ने 18 अक्टूबर को राजा राव रामबख्श के खंडहर महल में खुदाई शुरू कराई. जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने एएसआई को 29 अक्टूबर को रिपोर्ट दी कि महल के नीचे सोना, चांदी या अन्य धातु दबी हो सकती है. करीब एक महीने तक चली खुदाई का काम काम 19 नवंबर 2013 को पूरा हुआ. इस काम में प्रदेश सरकार के 2.78 लाख रुपये खर्च हो गए लेकिन सोना का भंडार न मिलने पर खुदाई को रोक दिया गया.
यह भी पढ़ें- अखिलेश यादव ने PM मोदी के राहत पैकेज पर साधा निशाना, कहा- 'सबका विश्वास' के नारे के साथ विश्वासघात
खजाने पर शुरू हो गई थी राजनीति
बता दें शोभन सरकार के सपने के आधार पर खजाने की खोज पर केंद्र व प्रदेश सरकार की खूब किरकिरी भी हुई थी. तत्कालीन विहिप के नेता अशोक सिंघल ने कहा था कि सिर्फ एक साधु के सपने के आधार पर खुदाई करना सही नहीं है. खजाना मिलने से पहले ही इसके कई दावेदार भी सामने आ गए थे. रजा के वंशज ने भी उन्नाव में डेरा जमा दिया था. ग्रामीणों ने भी उस पर दावा किया था जिसके बाद तत्कालीन केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया था कि खजाने पर सिर्फ देशवासियों का हक होगा. उधर तत्कालीन समाजवादी पार्टी की सरकार ने कहा था कि खजाने से निकली संपत्ति पर राज्य सरकार का हक होगा.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Workout Routine: 49 की उर्म में ऐसे इतनी फिट रहती हैं काजोल, शेयर किया अपना जिम रुटीन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी