Lucknow:उत्तरप्रदेशकेसंभलजिलेमेंहुईहिंसाकेबादगठिततीनसदस्यीयकमेटीनेमुख्यमंत्रीयोगीआदित्यनाथकोअपनीजांचरिपोर्टसौंपदीहै. लगभग 450 पन्नोंकीइसरिपोर्टमेंकईचौंकानेवालेखुलासेसामनेआएहैं. सबसेबड़ाखुलासाजिलेकीबदलीहुईजनसांख्यिकी (डेमोग्राफी) कोलेकरहै.
आजादीकेसमय 45% थीहिंदूआबादी
रिपोर्टमेंकहागयाहैकिस्वतंत्रताप्राप्तिकेसमययानी 1947 मेंसंभलजिलेमेंहिंदूसमुदायकीआबादीकरीब 45 प्रतिशतथी, जोअबघटकरसिर्फ 15 प्रतिशतरहगईहै. यानीलगभग 78 वर्षों में 30 प्रतिशत से अधिक की कमी दर्ज की गई है. रिपोर्ट में इस बदलाव की वजह दंगे, पलायन और तुष्टिकरण की राजनीति को बताया गया है.
दंगों और तुष्टिकरण को जिम्मेदार ठहराया
कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक, आजादी के बाद से अब तक संभल में 15 बड़े दंगे हो चुके हैं. इनमें 1947, 1953, 1976, 1978, 1980 और 1990 के दंगे प्रमुख हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इन दंगों और लगातार बढ़ती अशांति के कारण कई परिवारों ने जिले से पलायन किया. साथ ही राजनीतिक तुष्टिकरण की नीतियों को भी हिंदू आबादी घटने का एक अहम कारण बताया गया है.
अवैध हथियार और आतंकी संगठनों की मौजूदगी
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि संभल में लंबे समय से अवैध हथियारों और ड्रग्स गिरोह सक्रिय रहे हैं. इसके अलावा आतंकी संगठनों से जुड़े तत्वों की मौजूदगी की बात भी सामने आई है. इन कारकों ने जिले की कानून-व्यवस्था को कमजोर किया और समाज में असुरक्षा की भावना पैदा की.
कमेटी सदस्य का बयान
रिपोर्ट तैयार करने वाली तीन सदस्यीय कमेटी के सदस्य ए.के. जैन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “कमेटी को जो कार्य सौंपा गया था, उसे पूरा कर मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंप दी गई है. अब आगे की कार्रवाई सरकार के स्तर से होगी.” हालांकि उन्होंने रिपोर्ट के अन्य बिंदुओं पर टिप्पणी करने से इंकार किया.
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