उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) शिक्षा विभाग में एक के बाद एक सामने आ रहे फर्जीवाड़े और भ्रष्टाचार के मामलों ने राज्य सरकार का नाम बदनाम कर दिया है. शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े को लेकर विपक्ष लगातार राज्य सरकार को निशाने पर लिए हुए है. 'अनामिका शुक्ला' के बाद कई और ऐसे फर्जीवाडे़ मिलने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) ने योगी सरकार पर फिर हमला बोला है.
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प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को ट्वीट कर कहा, 'शिक्षा विभाग में इतने बड़े-बड़े फर्जीवाड़े हो रहे हैं तो क्या विभाग के मंत्री की जानकारी में ये नहीं था? क्या मुख्यमंत्री कार्यालय को इसकी भनक भी नहीं लगी? हैरानी की बात है जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले बड़ी मछलियों के भ्रष्टाचार को खूब टॉलरेट कर रहे हैं.'
इससे पहले कांग्रेस महासचिव ने ट्वीट कर कहा, 'कस्तूरबा विद्यालय की नियुक्तियों में घोटाला सामने आने के बाद तो शिक्षा विभाग में अन्य घोटालों की परतें खुलने लगी. अब परिषदीय विद्यालयों में फर्जी नियुक्तियों का मामला. नियुक्तियां 2018 में हुईं. दो साल तक ये सब चलता रहा. सच सामने आना चाहिए कि नहीं?' उन्होंने सवाल पूछा कि ये सब भर्तियां हुईं किसके कार्यकाल में हुईं और अभी तक चलती कैसे रहीं?
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दरअसल, यूपी सरकार की शिक्षा व्यवस्था के तंत्र से भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. अनामिका के नाम पर 25 फर्जी नियुक्तियों, परिषदीय विद्यालयों की फर्जी नियुक्तियों के बाद अब मैनपुरी में कस्तूरबा गांधी विद्यालय में फर्जी नियुक्ति का मामला सामने आया है. दीप्ति के नाम से करहल के कस्तूरबा स्कूल में फर्जी शिक्षिका बच्चों को पढ़ा रही थी. अनामिका शुक्ला का फर्जीवाड़ा पकड़े जाने पर हंगामा बढ़ते देख कथित दीप्ति ने इस्तीफा दे दिया. हालांकि बीएसए ने इस मामले की जांच के लिए 2 सदस्यीय कमेटी बनाई है.
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