उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के सरकारी और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की मांग और पूर्ति पर अब सीधी निगाह रहेगी. प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत पर काबू पाने के लिए यूपी की योगी सरकार के आदेश पर आईआईटी कानपुर ने एक ऑक्सीजन ऑडिट सिस्टम एप तैयार किया है. जिसकी मदद से अस्पतालों में ऑक्सीजन कितनी है, कितनी खपत होती है, कितने समय की ऑक्सीजन बची है, इन सबका समय रहते पता चल सकेगा. आईआईटी कानपुर के पूर्व उप निदेशक, प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल के निर्देशन में 24 घंटे में इस एप को तैयार कर शासन को सौंप दिया गया है.
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ऑक्सीजन ऑडिट सिस्टम ऐप की मदद से ऑक्सीजन अवेलिबिलिटी की सही जानकारी मिल सकेगी, जैसे कि अस्पतालों में कितनी ऑक्सीजन है, ऑक्सीजन की कितनी खपत है और कितने दिनों तक की ऑक्सीजन शेष बची है. अस्पतालों को भी इसके लिए सही जानकारी देनी होगी, क्योंकि इसी आधार पर अस्पतालों को सही समय पर सही मात्रा में ऑक्सीजन मुहैया कराई जा सकेगी. इससे ऑक्सीजन के इस्तेमाल में पारदर्शिता आएगी. कोई भी व्यक्ति या संस्थान ऑक्सीजन का दुरुपयोग नहीं कर सकेगा. प्रदेश के कई विश्वविद्यालय अस्पतालों से इसका डाटा इकट्ठा करेंगे.
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आपको बता दें कि राज्य में ऑक्सीजन का सही ढंग से उपयोग हो, इसकी बर्बादी न हो इसके लिए सरकार ने ऑक्सीजन ऑडिट कराने का निर्णय लिया था. सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऑक्सीजन ऑडिट सिस्टम तैयार करने का निर्देश दिया था. इस काम की जिम्मेदारी आईआईटी कानपुर, आईआईएम लखनऊ और आईआईटी बीएचयू के दिग्गजों को सौंपी गई थी, जो ऑक्सीजन की मॉनीटरिंग और ऑडिट का काम संभालेंगे.
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बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऑक्सीजन ऑडिट को लेकर आईआईएम और आईआईटी के दिग्गजों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की थी. इसके अलावा अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने आईआईटी, एचबीटीयू, छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय सहित प्रदेश के अन्य कई विश्वविद्यालयों के साथ बैठक की थी.
HIGHLIGHTS
- ऑक्सीजन की मांग और पूर्ति पर रहेगी नजर
- आईआईटी कानपुर ने तैयार किया ऐप
- योगी सरकार ने दिया था ऐप बनाने का आदेश