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केंद्र और महाराष्ट्र सरकार के विवाद में पिस रहे लाखों श्रमिक : मायावती

लॉकडाउन के कारण अभी भी प्रवासी मजदूरों के लौटने का सिलसिला जारी है. लेकिन इस बीच केंद्र और राज्य सरकार के बीच लगातार ट्रेन चलाने को लेकर विवाद है. जिस पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर अपनी राय रखी है.

Updated on: 27 May 2020, 11:43 AM

लखनऊ:

लॉकडाउन के कारण अभी भी प्रवासी मजदूरों के लौटने का सिलसिला जारी है. लेकिन इस बीच केंद्र और राज्य सरकार के बीच लगातार ट्रेन चलाने को लेकर विवाद है. जिस पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर अपनी राय रखी है. मायावती ने कहा कि ''केन्द्र व महाराष्ट्र सरकार के बीच विवाद के कारण लाखों प्रवासी श्रमिक अभी भी बहुत बुरी तरह से पिस रहे हैं जो अति-दुःखद व दुर्भाग्यपूर्ण. जरूरी है कि आरोप-प्रत्यारोप छोड़कर इन मजलूमों पर ध्यान दें ताकि कोरोना की चपेट में फंसकर इन लोगों की जिन्दगी पूरी तरह बर्बाद होने से बच सके.''

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दूसरे ट्वीट में मायावती ने कहा कि ''वैसे भी चाहे बीजेपी की सरकारें हों या फिर कांग्रेस पार्टी की, कोरोना महामारी व लम्बे लॉकडाउन से सर्वाधिक पीड़ित प्रवासी श्रमिकों व मेडिकलकर्मियों के हितों की उपेक्षा व प्रताड़ना जिस प्रकार से लगातार की जा रही है वह भी उचित व देशहित में कतई नहीं है. सरकारें तुरन्त ध्यान दें.''

ट्रेन महाराष्ट्र सरकार ने नहीं चलने दिया

महाराष्ट्र में मनमांगी संख्या में ट्रेन चलाने का आश्वासन देने के बाद मंगलवार को गोयल ने महाराष्ट्र सरकार पर सहयोग न करने का आरोप लगाया है. आपको बता दें कि राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रवासी मजदूरों के लिए ट्रेन संचालन को लेकर केंद्र सरकार पर कई सवाल उठाए थे.

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केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार के अनुरोध पर हमने आज 145 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का इंतजाम किया है. ये ट्रेनें सुबह से तैयार हैं. इनमें से 50 ट्रेनों को तीन बजे तक चल जाना चाहिए था लेकिन यात्रियों की कम संख्या के कारण दोपहर तीन बजे तक केवल 13 ट्रेन ही चल सकी हैं.