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जान की कीमत होती है, अमेरिका में हो रहे प्रदर्शन से सबक ले सरकार : मायावती

बसपा सुप्रीमो मायावती ने अमेरिका में हो रहे प्रदर्शनों को लेकर केंद्र सरकार को चेतावन दी है. मायावती ने कहा कि सरकार आम आदमी की जान की कीमत को सस्ता समझने की भूल न करे. मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा ''जार्ज फ्लायड की पुलिस के हांथों मौत के बाद ’अश्वेतों की जिन्दगी की भी कीमत है’ को लेकर अमेरिका में हर जगह व विश्व के बड़े शहरों में भी इसके समर्थन में जो आन्दोलन हो रहा है.

Updated on: 02 Jun 2020, 12:44 PM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने अमेरिका में हो रहे प्रदर्शनों को लेकर केंद्र सरकार को चेतावन दी है. मायावती ने कहा कि सरकार आम आदमी की जान की कीमत को सस्ता समझने की भूल न करे.

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मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा ''जार्ज फ्लायड की पुलिस के हांथों मौत के बाद ’अश्वेतों की जिन्दगी की भी कीमत है’ को लेकर अमेरिका में हर जगह व विश्व के बड़े शहरों में भी इसके समर्थन में जो आन्दोलन हो रहा है उसका पूरी दुनिया को स्पष्ट संदेश है कि आदमी के जीवन की कीमत है व इसको सस्ती समझने की भूल नहीं करनी चाहिए.''

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बसपा प्रमुख ने आगे कहा कि ''खासकर अपने भारत का अनुपम संविधान तो प्रत्येक व्यक्ति की स्वतंत्रता, सुरक्षा व उसके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के साथ जीने की जबर्दस्त मानवीय गारण्टी देता है जिसपर सरकारों को सर्वाधिक ध्यान देना चाहिए. अगर ऐसा होता तो करोड़ों प्रवासी श्रमिकों को आज इतने बुरे दिन नहीं देखने पड़ते.''

मायावती ने आगे कहा कि ''साथ ही, कोराना के बढ़ते मरीजों व मौतों के मद्देनजर केन्द्र व देश के विभिन्न राज्यों के बीच तालमेल व सद्भावना के बजाय उनके बीच बढ़ता आरोप-प्रत्यारोप तथा राज्यों की आपसी सीमाओं को सील करना अनुचित व कोरोना के विरूद्ध संकल्प को कमजोर करने वाला. केन्द्र का प्रभावी हस्तक्षेप जरूरी.''